कटिहार : रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने वाले गिरोह के सरगना को ठगी के शिकार छात्रों ने बुधवार को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.
गिरोह के लोग वेबसाइट पर नाम डालकर छात्रों से किस्तवार रुपये वसूल करता था. जब भी अभ्यर्थी उसके घर खोजने के लिये जाता तो उसके पिता व पत्नी भी उन छात्रों को गुमराह करते थे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलवे के कोलकाता बोर्ड व दिल्ली बोर्ड में एमआर कोटा से ग्रुप सी व ग्रुप डी में बहाली कराने के नाम पर कटिहार जिले से तकरीबन एक करोड़ से अधिक रुपये का ठगी करने वाले आरोपी लड़कनियां टोला निवासी कुमार राणा चटर्जी, पिता चंदन चटर्जी से ठगी के शिकार छात्रों ने उसे दबोच कर नगर थाना पुलिस के सुपूर्द कर दिया.
इस संदर्भ में पीड़ित छात्रों ने थाना में आवेदन देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराया है. जिसमें कुमार राणा चटर्जी, उसकी पत्नी पूर्वी चटर्जी एवं पिता चंदन चटर्जी, फैकु साह, समरजीत को नामजद किया गया है. ठगी का शिकार छात्रों ने बताया कि ग्रुप सी में बहाली के लिए पांच से छह लाख एवं ग्रुप डी में तीन से चार लाख रुपये वह लेता था और नौकरी देने का गारंटी देता था. पहले छात्रों से मूल प्रमाणपत्र ले लेता था और उसके बाद लिस्ट में नाम देने पर एक लाख रुपये और मेडिकल के उपरांत व ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद शेष बची राशि भी उपरोक्त छात्रों से ले लेता था.
बैबसाइट के माध्यम से लोगों को रिजल्ट दिखाकर करता था रुपये की वसूली गिरोह के सदस्यों ने बजाप्ते एक बैबसाइट बनाया है. जिसका डब्लूडब् लूडब्लू डॉट आरआरबी के डॉट ओआरजी डॉट इन के माध्यम से वह कोलकाता बोर्ड व दिल्ली बोर्ड का रिजल्ट दिखाता था. छात्र अपना नाम व रोल कोड देखकर झांसे में आकर शेष बचे राशि भी उक्त ठग को दे देता.
* ज्वाइंनिग लेटर के साथ प्रशिक्षण भी छात्रों का कराता था
रेलवे कोलकाता बोर्ड के ज्वाइनिंग लेटर के साथ छात्र को प्रशिक्षण के लिए भी तिथि देता था और प्रशिक्षण स्थल ठग ही तय करता था. चयनित छात्र कहां प्रशिक्षण करेंगे. कुछ छात्र कोलकाता के निहट्टी एवं बुलटी भी प्रशिक्षण के लिए गये थे, जहां कुछ भी नहीं था.
* ठगे गये छात्रों में
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे गये छात्रों में कई लोग शामिल है. इनमें टिंकु कुमार से तीन लाख, कुंदन कुमार तीन लाख, बबलु दत्ता से चार लाख, बादल से पांच लाख 70 हजार, चंद्रशेखर से 10 लाख, पंकज कुमार से 10 लाख, धर्मेद्र कुमार से तीन लाख, मनोज कुमार से तीन लाख, संजय झा से पांच लाख, गुलाब चंद्र साह से दो लाख 10 हजार, राहुल से 1.50 लाख सहित अन्य छात्रों से लाखों रुपये नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा था.
* रेलवे में नौकरी दिलाने का देता था झांसा
* वेबसाइट पर नाम डालकर छात्रों से किस्तवार वसूलता था रुपये, पुलिस कर रही पूछताछ