123 गांवों में पहली बार पहुंचेगी बिजली

कैमूर व रोहतास की पहाड़ी पर स्थित गांवों के 21658 घर होंगे रोशन

By Prabhat Khabar Print | May 22, 2024 4:33 PM

कैमूर व रोहतास की पहाड़ी पर स्थित गांवों के 21658 घर होंगे रोशन भभुआ कार्यालय. कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतास व कैमूर जिले में पड़ने वाले 123 गांवों में 21658 घर ऐसे हैं, जहां आज तक कभी बिजली नहीं पहुंची है. करीब छह साल पहले सौर ऊर्जा से इन गांवों में बिजली की आपूर्ति करने का प्रयास सरकार की ओर से किया गया. लेकिन, यह योजना भी पूर्ण रूप से बिजली पहुंचाने में कारगर नहीं रही. हालंकि, अब इन सभी 123 गांवों के 21658 घरों में पहली बार बिजली पहुंचेगी. इसके लिए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से 117.80 करोड़ की योजना तैयार की गयी है. इस योजना के तहत सभी 123 गांवों के 21658 घरों में बिजली पहुंचायी जायेगी. बिहार पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संजीव हंस ने जानकारी दी है कि 117.80 करोड़ की लागत से तैयार योजना के पूर्ण होने पर 21 हजार 658 घरों को निर्बाध रूप से बिजली मिल पायेगी. दरअसल, कैमूर के डीएम सावन कुमार की ओर से कैमूर पहाड़ी पर स्थित गांव में निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति नहीं होने से विकास प्रभावित होने, सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिलने की बात ऊर्जा विभाग को बतायी गयी थी. अफसरों ने लिया था जायजा इस पर जनवरी 2024 में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार कैमूर जिले के अधौरा के कई गांवों में डीएम के साथ दौरा कर बिजली के बगैर होने वाली परेशानियों की जमीनी हकीकत को जाने थे. सौर ऊर्जा के माध्यम से दी जाने वाली बिजली की भी जमीनी सच्चाई की जब जानकारी हुई, तो उसके बाद साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से 117 करोड़ की योजना सभी 123 गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए तैयार की गयी है. अब योजना के तहत 123 गांवों के 21658 घरों में बिजली पहुंचेगी. बिजली के अभाव में कैमूर पहाड़ी पर रह रहे लोग इस कदर परेशान थे कि मोबाइल भी चार्ज करने के लिए उन्हें कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी. सपना होगा साकार कैमूर पहाड़ी पर स्थित गांव में बिजली पर आधारित आधुनिक कारण जैसे लैपटॉप, टीवी, कंप्यूटर, फ्रिज, एसी समेत अन्य सामानों का इस्तेमाल लोगों के लिए किसी सपने की तरह था. लेकिन, अब उक्त योजना अगर निर्धारित समय अवधि में पूरी होती, है तो सपना बहुत जल्द कैमूर पहाड़ी पर रहने वाले लोगों का साकार हो जायेगा.

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