14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नबालिगों के हाथों में इ-रक्शिा की कमान

नबालिगों के हाथों में इ-रिक्शा की कमान बिना रोक-टोक शहर में ई-रिक्शा दौड़ा रहे नबालिग सवारी बैठाने को लेकर इ-रिक्शा व ऑटो चालकों मेें प्रतिदिन होता है विवाद प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) शहर में इन दिनों इ-रिक्शा का चलन काफी तेजी से बढ़ा गया है. लोग इसकी सवारी कर काफी सुकून महसुस कर रहे हैं. लेकिन, […]

नबालिगों के हाथों में इ-रिक्शा की कमान बिना रोक-टोक शहर में ई-रिक्शा दौड़ा रहे नबालिग सवारी बैठाने को लेकर इ-रिक्शा व ऑटो चालकों मेें प्रतिदिन होता है विवाद प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) शहर में इन दिनों इ-रिक्शा का चलन काफी तेजी से बढ़ा गया है. लोग इसकी सवारी कर काफी सुकून महसुस कर रहे हैं. लेकिन, इन इ-रिक्शा की कमान नाबालिगों के हाथों में है. इससे यात्रियों में काफी भय भी बना रहता है. शहर में इ-रिक्शा व ऑटो रिक्शा की तादाद काफी बढ़ गयी है. इससे यातायात व्यवस्था चरमराती जा रही है. एक ओर जहां वाहनों की संख्या व बढ़ती आबादी यातायात व्यवस्था पर विपरित असर डाल रही है, तो दूसरी तरफ ई-रिक्शाओं ने यातायात व्यवस्था की मुसीबतें और ज्यादा बढ़ानी शुरू कर दी है. अधिकारियों के ध्यान नहीं देने के चलते ई-रिक्शा के नाबालिग चालक बेधड़क गाड़ी दौड़ा रहे हैं. शहर में चल रहे इ-रिक्शा के लिए रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस लेना अनिवार्य है. गौरतलब है कि भारत सरकार परिवहन विभाग द्वारा जारी निर्देश में इ-रिक्शा के लिए लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन कराया जाना अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही इसको चलानेवाले चालक के पास भी डीएल होना जरूरी है. शहर में चलनेवाले किसी भी ई-रिक्शा के पास न तो लाइसेंस हैं और न ही रजिस्ट्रेशन. यहां तक कि इसको चलानेवालों के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है. भभुआ शहर में पूर्व से ही चलनेवाले ऑटो के लिए अभी तक नगर पर्षद स्टैंड बनाने की कवायद में जुटी हुई थी कि ई-रिक्शा के चलन ने शहरवासियों के लिए और मुसीबत बढ़ा दिया है. शहर में सड़कों पर दौड़नेवाले इ-रिक्शा के लिए अभी तक स्टैंड निर्धारित नहीं किया गया है. इसका फायदा उठाते हुए इ-रिक्शा चालकों ने पूरे शहर को ही स्टैंड का रूप दे दिया है. जहां मन हुआ वहां रोक कर सवारी बैठा ली. शहर में पूर्व में यहां से वहां जाने के लिए ऑटो ही मुख्य साधन था. लेकिन, कुछ महीनों से इ-रिक्शा के आ जाने से इसके चलने के लिए टाइमिंग के लिए अक्सर तकरार हो जा रही है. ऑटो संघ के कार्यकारी अध्यक्ष आरिफ अंसारी का कहना था कि शहर में चलनेवाले ऑटो व ई-रिक्शा के लिए बारी-बारी से चलने का प्रस्ताव ई-रिक्शा चालकों को दिया था. लेकिन, ई-रिक्शा चालक प्रस्ताव को न मानते हुए अपनी मनमानी पर उतर गये हैं. टाइमिंग को लेकर अक्सर ऑटो व ई-रिक्शा चालकों में तकरार सहित मारपीट तक हो जा रही है. उदाहरणस्वरुप शुक्रवार को समय से चलने ओर सवारी को बीच रास्ते में बिठाने को लेकर ही ऑटो व ई-रिक्शा के चालकों के बीच मारपीट तक हो गयी थी. मामला थाने तक पहुंचा था. लेकिन, थानाध्यक्ष के हस्तक्षेप से मामला सुलझ गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें