जांच में बीडीओ पर लगाये गये आरोप झूठे पाये गये. डीएम को सूचना दी गयी थी कि मोहनिया के बीडीओ किसी खास प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के लिए प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों के मुखियों पर दबाव बना रहे हैं. ऐसा नहीं करने पर मनरेगा कार्य की जांच कराये जाने की धमकी दे रहे हैं.
शिकायत मिलते ही डीएम तत्काल मोहनिया पहुंचे और प्रखंड के लगभग सभी मुखिया से बारी-बारी से बात की. जांच के क्रम में आरोप झूठे निकले.