भभुआ (कार्यालय) : कैमूर जिले के भभुआ में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है. भभुआ शहर में अब तक 30 से अधिक डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. एक की मौत भी हो चुकी है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के पटना में बैठे अधिकारी संवेदनशील नहीं दिख रहे हैं.
डेंगू का इलाज, तो दूर तीन तरह के होने वाली जांच मात्र एक जांच ही भभुआ या मोहनियां के अस्पताल में उपलब्धता है. डेंगू के लक्षण पाये जाने पर पहले कीट से डेंगू की जांच की जाती है, जिसके बाद एलाइजा एवं प्लेटलेट्स की जांच की जाती है. एलाइजा टेस्ट के बाद ही शत प्रतिशत सुनिश्चित हो पाता है कि मरीज डेंगू से पीड़ित है या नहीं.
स्थानीय स्तर पर व्यवस्था नहीं
कीट द्वारा जांच में डेंगू पॉजिटिव पाये जाने पर स्वास्थ्य विभाग , पटना के निर्देश पर भभुआ से सभी मरीजों को पीएमसीएच रेफर किया जा रहा है. लेकिन, वहां भी मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. भभुआ से गये मरीज पीएमसीएच की व्यवस्था देख जान बचाने के लिए निजी क्लिनिक में भागने पर विवश हैं.
मरीजों को न बेड मिल रहा है और न ही कोई व्यवस्था है. डेंगू से पीड़ित भभुआ वार्ड 10 के अवनीष और रत्नेश को लेकर पीएमसीएच गये. गरीश पटेल पीएमसीएच की कु व्यवस्था को देख अपने मरीजों लेकर बनारस निजी क्लिनिक में चले गये.