मोहनिया में बवाल, पुलिस पर पथराव, चलीं गोलियां

उबाल. डीटीआे के डर से भागते ट्रक ने ले ली छात्र की जान मोहनिया शहर (कैमूर) : एनएच दो पर कौड़ीराम गांव के पास गुरुवार की सुबह ट्यूशन पढ़ने जा रहे एक 12 वर्षीय छात्र को बालू लदे ओवरलोडेड ट्रक ने रौंद दिया. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना से नाराज लोगों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2018 12:33 AM

उबाल. डीटीआे के डर से भागते ट्रक ने ले ली छात्र की जान

मोहनिया शहर (कैमूर) : एनएच दो पर कौड़ीराम गांव के पास गुरुवार की सुबह ट्यूशन पढ़ने जा रहे एक 12 वर्षीय छात्र को बालू लदे ओवरलोडेड ट्रक ने रौंद दिया. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना से नाराज लोगों ने एनएच दो को जाम कर जम कर उत्पात मचाया. जाम हटाने पहुंची पुलिस पर भीड़ ने पथराव कर दिया. इस दौरान मोहनिया सर्किल इंस्पेक्टर राघव दयाल पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया. पथराव में एसडीपीओ, सर्किल इंस्पेक्टर सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को चोटें आयी हैं.
वहीं, एसडीओ शिव कुमार राउत, डीएसपी रघुनाथ सिंह की मौजूदगी में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज व हवाई फायरिंग की. इसके बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका. करीब तीन घंटे बाद एनएच-2 पर गाड़ियों का परिचालन शुरू हुआ. मृतक छात्र कौड़ीराम गांव के ही बाबू लाल कुशवाहा का इकलौता पुत्र दीपक कुमार बताया जाता है. जाम हटने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया. जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह डीटीओ
मोहनिया में बवाल…
द्वारा पुलिस बल के साथ बरेज में ओवरलोडेड ट्रकों को पकड़ा जा रहा था. ओवरलोडिंग के खिलाफ परिवहन विभाग द्वारा एनएच दो पर अभियान चलाने की खबर ट्रक चालकों को मिली, तो वे परिवहन विभाग की टीम से अपने ओवरलोडेड ट्रकों को बचाने के लिए भागने लगे. इधर, कौड़ीराम के पास सासाराम से बनारस की तरफ जा रहे बालू लदे एक ट्रक का चालक उत्तरी लेन में ही यू-टर्न लेकर बरेज के बजाय सासाराम की तरफ भागने लगा. इस बीच, सड़क पार करने के दौरान छात्र दीपक बालू लदे ओवरलोडेड ट्रक की चपेट में आ गया. इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
एक घर में छिप कर बचायी जान : आक्रोशित लोगों की भीड़ में शामिल उपद्रवियों द्वारा पथराव शुरू किये जाने के बाद जाम हटाने के लिए पहुंचे मोहनिया एसडीओ शिवकुमार राउत, एसडीपीओ रघुनाथ सिंह, सीओ राकेश कुमार को वहां से पीछे हटना पड़ा. पथराव में मोहनिया एसडीपीओ सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को चोटें आयी हैं. पुलिस ने स्थिति को अनियंत्रित होते देख हवा में 30-35 राउंड फायरिंग की. पुलिस की ओर से फायरिंग के साथ-साथ लाठीचार्ज भी किया गया.
इसके बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका. सर्किल इंस्पेक्टर की बायीं आंख के अलावा कई जगहों पर चोटें आयी हैं. स्थिति गंभीर देखते हुए इंस्पेक्टर व पुलिसकर्मियों ने एक घर में भाग कर जान बचायी, जिसमें एसडीओ के अलावा डीएसपी के भी गार्ड घायल हो गये. स्थिति बिगड़ते देख पुलिस एक साथ फायरिंग व लाठीचार्ज करते हुए आगे बढ़ी. जहां जो लोग भी मिले, उनकी पुलिसकर्मियोें ने जम कर पिटाई की. पुलिस की पिटाई से उपद्रवी भाग खड़े हुए और इसके बाद एनएच दो खाली हो गया.
वहीं, घर में बंद ट्रक चालक को पुलिस पकड़ कर थाना ले गयी. इधर, शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया गया. इस तरह तीन घंटे तक हुए उपद्रव के बाद एनएच दो से जाम हट सका. इस बीच, एसपी ने पुलिस केंद्र से बड़ी संख्या में पुलिस बल कौड़ीराम भेज दिया. मेजर संतोष ओझा सहित पुलिस बल ने घटनास्थल पर पहुंच कर फ्लैग मार्च किया. हालांकि, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी फायरिंग से इन्कार कर रहे हैं.
क्या कहते हैं एसडीओ
इस संबंध में एसडीओ शिवकुमार राउत ने बताया कि ओवरलोडिंग के खिलाफ परिवहन विभाग द्वारा बरेज के पास अभियान चलाया जा रहा था. जुर्माने के भय से उक्त बालू लदे ट्रक का चालक ट्रक को उलटी दिशा में मोड़ कर पीछे की तरफ भागने लगा, जिसकी चपेट में आने से छात्र की घटनास्थल पर मौत हो गयी. लोगों द्वारा एनएच दो को जाम कर पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें सर्किल इंस्पेक्टर सहित सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गये. काफी प्रयास के बाद जाम हटाया गया. कोई फायरिंग इधर से नहीं की गयी. उपद्रवी ही फायरिंग कर रहे थे, जिनकी पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
इंस्पेक्टर को दौड़ा कर पीटा, एसडीपीओ समेत कई घायल
ट्रक चालक को जम कर पीटा
बच्चे की मौत के बाद चालक ट्रक लेकर भागने लगा. यह देख आसपास के ग्रामीणों ने ट्रक का पीछा किया और घटनास्थल से कुछ दूरी पर उसे पकड़ लिया. इसके बाद चालक की जम कर पिटाई की. चालक को गांव के एक घर में बंद कर दिया. नाराज लोगों ने कौड़ीराम गांव के पास सड़क जाम कर दी. सूचना के कुछ देर बाद जैसे ही मोहनिया थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जाम में शामिल लोग पुलिस पर बालू ढोनेवाले ट्रकों से वसूली का आरोप लगाते हुए उन्हें खदेड़ने लगे. इसके बाद पुलिस अपने वाहन में बैठ कर भाग गयी. घटना के एक घंटे बाद मोहनिया सीओ राकेश कुमार पहुंचे और लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने. वरीय अधिकारी के बुलाने की मांग करने लगे. सूचना के बाद पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर राघव दयाल अपने एक सेक्शन फोर्स के साथ पहुंचे और भीड़ को समझाने की कोशिश की. इस दौरान उपद्रवी तत्वों ने अपशब्द बोलते हुए सर्किल इंस्पेक्टर को पकड़ कर लाठी-डंडे से पिटाई शुरू कर दी. इससे सर्किल इंस्पेक्टर जख्मी हो गये. इस हमले से किसी तरह से बच कर सर्किल इंस्पेक्टर वहां से भाग गये. इस पर उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.

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