100 घरों के लिए एक ही हैंडपंप सहारा लाइन लगा भरते हैं पानी बाजार के सराय मुहल्ले का हाल

दुर्गावती : स्थानीय मुख्यालय बाजार में पीने के पानी की किल्लत देखी जा रही है. पूर्व के लगे हैंडपंप खराब है. बाजार आये लोगों को पानी पीने के लिए दुकानों पर जाना पड़ता है. दुकान से बिना कुछ खरीदे पानी पीने पर दुकानदार यह कहते हुए झिझक जाते हैं कि पानी मेहनत से लाये हैं, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2018 12:30 AM

दुर्गावती : स्थानीय मुख्यालय बाजार में पीने के पानी की किल्लत देखी जा रही है. पूर्व के लगे हैंडपंप खराब है. बाजार आये लोगों को पानी पीने के लिए दुकानों पर जाना पड़ता है. दुकान से बिना कुछ खरीदे पानी पीने पर दुकानदार यह कहते हुए झिझक जाते हैं कि पानी मेहनत से लाये हैं, पानी बर्बाद नहीं करें. गौरतलब है कि बाजार में जिनके पास पीने के पानी का अपना निजी संसाधन है. उनका काम तो चल जा रहा है. लेकिन, जिनके घरों में हैंडपंप नहीं है.

इस तपती गर्मी में उनका हाल बेहाल है. पीने के पानी के लिए प्यास बुझाने के लिए काफी परेशानी होती है. बात कर रहे हैं बाजार के सराय मुहल्ले की. जहां गरीब परिवार के लगभग 100 घर की आबादी के बीच मात्र एक हैंडपंप ही सहारा है. सप्लाइ का पानी सुबह शाम आता भी है तो सिर्फ आधे घंटे के लिए. मात्र एक हैंडपंप होने से पीने के पानी के लिए लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है.

मुहल्ले वालों की मानें तो यह समस्या करीब तीन माह से बनी है. समस्या को लेकर गुहार भी लगायी गयी लेकिन, किसी का ध्यान इस ओर अब तक नहीं गया.
उक्त वार्ड के सैयद आलम कहते हैं कि पीने के पानी की समस्या प्रबल हो गयी है. 100 घर की आबादी वाले इस मुहल्ले में एक हैंडपंप है. सप्लाइ का पानी सुबह शाम मात्र आधे घंटे तक ही चलता है. बिना स्नान किये ही बच्चों को स्कूल जाना पड़ता है. लगभग तीन माह से यह परेशानी प्रचंड गर्मी में झेलनी पड़ रही है. कई लोगों से कहा भी गया. लेकिन, किसी का ध्यान इस ओर अब तक नहीं गया. शकील अहमद कहते हैं कि पानी के अभाव में समय पर भोजन नहीं बन पा रहा है. महिलाओं व बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. पैसे होते तो मैं भी अपने घर में एक हैंडपंप जरूर लगवाता.
एकलाख अहमद कहते हैं कि सराय मुहल्ले की समस्या तो प्रबल है ही बाजार सड़क किनारे सार्वजनिक जगहों पर कुछ एक जगहों पर लगाये गये हैंडपंप खराब हो कर बंद पड़े है. बाजार आये आम जनों को पीने के पानी के लिए इधर उधर दुकानों पर जाना पड़ता है.
कहते हैं अधिकारी
उक्त आशय के संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार प्रसून कहते है कि किसी ने हमें बताया नहीं. ऐसी स्थिति में विभागीय लोगों से बात करके पीने के पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए तत्काल प्रयास करूंगा व खराब होकर बंद पड़े हैंडपंपों को बनवा कर हर हाल में अतिशीघ्र चालू कराया जायेगा.

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