भभुआ (नगर) : गत 10 अप्रैल को सासाराम (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली कैमूर जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों के विभिन्न बूथों पर कहीं जमकर मतदान हुआ तो कहीं लोगों ने विकास के मुद्दे पर वोट बहिष्कार किया. मतदान का बहिष्कार कर लोगों ने जता दिया कि विकास नहीं, तो वोट नहीं.
लोकसभा चुनाव में मोहनिया (अजा) विधानसभा क्षेत्र की दो,भभुआ की पांच व चैनपुर की 11 बूथों के मतदाताओं ने क्षेत्र का विकास न होने पर वोट बहिष्कार कर विभिन्न दलों को आईना दिख दिया. उधर, इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों की 18 बूथों पर न्यूनतम तथा 18 ही बूथों पर मतदाताओं ने जमकर वोटिंग कर मजबूत लोकतंत्र बनाने में अपनी आस्था प्रकट की. जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि कैमूर के भभुआ विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 54 पर सबसे अधिक 88.22 प्रतिशत, जबकि चैनपुर विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 54 पर सबसे कम महज 0.53 प्रतिशत ही वोटिंग हुई.
ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि जिन बूथों पर जमकर वोटिंग हुई, क्या उन क्षेत्रों का विकास हुआ या जाति,धर्म व व्यक्ति विशेष की लहर में लोग बह गये. उधर, क्या विकास ने नाम वोट बहिष्कार करने वाले लोग इन सब चीजों से प्रभावित नहीं हुए और तटस्थ रह गये.