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एहतियात . आतंकी संगठन व माओवादियों की धमकी के बाद सघन पैट्रोलिंग

पुलिस हाइ अलर्ट, कड़ी चौकसी जहानाबाद : गणतंत्र दिवस के पूर्व देश के किसी भी हिस्से में आतंकी हमले की योजना और क्षेत्रीय स्तर पर नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी)की धमकी के मद्देनजर जिले में हाइ अलर्ट घोषित किया गया है. एसपी आदित्य कुमार ने जिले के सभी थाना व ओपी प्रभारियों के अलावा सभी पुलिस […]

पुलिस हाइ अलर्ट, कड़ी चौकसी

जहानाबाद : गणतंत्र दिवस के पूर्व देश के किसी भी हिस्से में आतंकी हमले की योजना और क्षेत्रीय स्तर पर नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी)की धमकी के मद्देनजर जिले में हाइ अलर्ट घोषित किया गया है. एसपी आदित्य कुमार ने जिले के सभी थाना व ओपी प्रभारियों के अलावा सभी पुलिस अफसरों को विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि वे विधि-व्यवस्था के प्रति सजग रहें. सुरक्षात्मक ढंग से अपनी ड्यूटी करें.
एसपी ने गुरुवार को बताया कि आतंकी और नक्सली हमले की आशंका को देखते हुए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. बताया गया कि बीते दिन औरंगाबाद में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये माओवादियों और कई साथियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन बौखलाया हुआ है. माओवादियों न पुलिस से बदला लेने की शपथ ली है़
इधर खुफिया विभाग (आइबी)ने बांग्लादेश में सक्रिय आतंकवादी संगठन हिजबुल तहरीर के द्वारा देश के 23 स्थानों पर हमला करने की चेतावनी जारी की है़ इन दोनों स्थितियों से निबटने के लिए ही जिला पुलिस कप्तान आदित्य कुमार ने जिले में हाइ अलर्ट घोषित किया है. एसपी के निर्देश के आलोक में सभी थाना और ओपी क्षेत्र में विशेष छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. खासकर नक्सल प्रभावित इलाके पर पुलिस की पैनी नजर है.
सादे लिबास में भी पुलिस को ड्यूटी पर लगाया गया है, जो नक्सल प्रभावित ग्रामीण इलाके में घूम-घूम कर हर शख्स की गतिविधि पर नजर रख रहे हैं .संदिग्ध लोगों को रोक कर उसका पूरा हुलिया और कड़ी पूछताछ की जा रही है़
थाने में बढ़ी संतरी ड्यूटी
जहानाबाद का नक्सली इतिहास रहा है़ ऐसे में माओवादी प्रतिशोधात्मक कार्रवाई के तहत यहां कई बार थाने, ओपी या पुलिस पिकेट को अपना निशाना बना चुके हैं. जेल ब्रेक कांड भी यहां नक्सलियों ने अंजाम दिया था़ लिहाजा माओवादियों की गतिविधियों व धमकी को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने थाने, पुलिस पिकेट और ओपी में संतरी ड्यूटी बढ़ा दी है. लगातार गश्ती की जा रही है़
नेरथुआ से पिंजौरा शिफ्ट किये गये पुलिस बल
कुछ स्थान ऐसे हैं, जहां सुरक्षा के लिहाजन पुलिसकर्मियों की अस्थायी प्रतिनियुक्ति की गयी थी. नेरथुआ गांव में दो पुलिस अधिकारी के साथ आठ सशस्त्र बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी.
जिसे हटाकर पिंजौरा पिकेट में ले जाने का निर्देश दिया गया है. एसपी के अनुसार पिंजौरा पिकेट में जाने के बाद पुलिसकर्मियों की शक्ति मजबूत होगी. माओवादियों के नापाक इरादे को नेस्तानाबूद कर दिया जायेगा़
सूचना सत्यापन के बाद उठाये कदम-
पुलिस अधीक्षक ने अपने सभी अफसरों को एक महत्वपूर्ण नसीहत यह दी है कि वे किसी भी तरह की अप्रिय सूचना मिलने पर पहले उसका सही ढंग से सत्यापन कर लें. ताकि नक्सलियों के गलत इरादे सफल नहीं हो सके. ऐसी आशंका बनी रहती है कि थाने या ओपी में एक साजिश के तहत कहीं घटना होने की अफवाह फैलायी जाती है.
पुलिस को गलत सूचना दी जाती है ताकि वे उस ओर जा सकें और उनके साथ अप्रिय घटना को अंजाम दिया जा सके. इस स्थिति को भांपते हुए सभी थाना व ओपी प्रभारियों को सूचना मिलने पर अपने विवेक से सत्यापन कर लेने के बाद ही कार्रवाई की दिशा में कदम उठाने की सलाह दी गयी है.

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