जहानाबाद(नगर) : मौत के उपरांत उसके कारण व समय की जानकारी के लिए शव का पोस्टमार्टम किया जाता है. विशेष रूप से सस्पेक्ट केस में जिसमें मौत का कारण अज्ञात होता है वैसे केस में पोस्टमार्टम कराया जाता है ताकि मौत का कारण व समय की जानकारी हो सके. जिले में महीने में औसतन 20 पोस्टमार्टम होता है. इसके लिए अस्पताल के समीप पोस्टमार्टम रूम का निर्माण कराया गया है. लेकिन यहां सुविधाओं का घोर अभाव है.
पोस्टमार्टम रूम में न लाइट की व्यवस्था है और न ही खिड़की में शीशा ही लगा है ऐसे में लालटेन की रोशनी में पोस्टमार्टम किया जाता है. इतना ही नहीं इस दौरान पोस्टमार्टम रूम के आसपास के लोग खिड़की के माध्मय से पोस्टमार्टम को लाइव देखते हैं. पोस्टमार्टम के लिए उपयोग किये जाने वाला उपस्कर का भी अभाव है .ऐसे में चिकित्सक पोस्टमार्टम के नाम पर सिर्फ खानापूर्त्ति कर अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन कर लेते हैं. जिले में पोस्टमार्टम रूम के निर्माण के लिए राशि पड़ी हुई है लेकिन पोस्टमार्टम रूम का निर्माण कब होगा यह कोई नहीं जानता है.