जहानाबाद : शहर में जाम की समस्या तो पहले से ही है. अब यह मुसीबत और बढ़ गयी है. राजाबाजार रेलवे अंडर पास के दोनो तरफ लोहे का बैरियर टूट कर पूरी तरह ध्वस्त हो जाने से वाहन चालको के साथ -साथ राहगीरों का भी संकट बढ़ गया है.
बुधवार को शहरवासी जाम से जुझते रहे और परेशान होेकर हुकूमत और प्रशासन के अधिकारियों को कोसते रहे. दिन भर रुक -रुक कर लगता रहा जाम :बुधवार को सुबह से ही शहर के अरवल मोड़ से लेकर राजाबाजार और एनएच 83 पर अस्पताल मोड़ तक रुक -रुक कर जाम लगता रहा . छोटे -बड़े सैकड़ों वाहन रेंगते चल रहे थे.
अरवल मोड़ पर तीन तरफा दबाब रहने से जाम की स्थिति अत्यंत कष्टकर रही. पटना, गया ,अरवल,कुर्था, करपी और घोसी की तरफ जाने वाले जो लोग वाहन पर सवार थे वो फंसे रहे. मुसीबत और बेचैनी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी. पैदल चलने वाले लोगों को भी अरवल मोड़ से राजाबाजार पुल क्रॉस करने तक काफी धक्का -मुक्की झेलनी पड़ी. महिला राहगीरों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी.
दीपावली को लेकर शहर में बढ़ी चहल-पहल और लोगों की भीड़ से जाम की स्थिति अत्यंत दु:खदायी थी. परेशान रहे स्कूली बच्चे :सुबह साढ़े सात बजे और दोपहर एक बजे स्कूली बच्चों का समय होता है. इन दोनो टाइम में यानि स्कूल जाने और फिर लौटने का वक्त स्कूल बसें जाम में फंसी रही . इस कारण छोटे-छोटे बच्चे बसों में बिलबिलाते रहे. बैरियर रहने से था कुछ नियंत्रण:
अरवल मोड़ से राजाबाजार तक सड़क जाम पर नियंत्रण रखने के उद्देश्य से अंडर पास के दोनों तरफ लोहे के बैरियर लगाये गए थे. ऐसा इसलिए किया गया था ओवर लोड वाहन इस रास्ते से नहीं गुजरे ,शुरुआती दौर में इसमें सफलता भी मिली. ओवरलोड ट्रक, ट्रैक्टर या अन्य वाहनों के प्रवेश निषेध थे .
यात्री बसें भी राजाबाजार बाजार समिति मोड़ से खुलता था. लेकिन बैरियर के टूटकर समाप्त होने से दूसरे ही दिन कई बड़े वाहनो का आवागमन भी शुरू हो गया जो सड़क जाम की समस्या को और विकराल कर दिया . ऐसी हालत में लोगों ने मांग किया है कि पूर्व की तरह फिर से बैरियर लगाये जाएं ताकि ओवर लोड वाहनों का आवागमन नहीं हो और जाम की समस्या पर भी लगाम लग सके.