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ट्रेन या हादसों का इंतजार!
दुर्घटनाओं के बावजूद ट्रैक पर बैठे रहते हैं यात्री, रेलवे नहीं करता कार्रवाई जागरूकता की कमी या ट्रेन पकड़ने की हड़बड़ी, रेलवे ट्रैक पर खड़ा होकर या बैठ कर ट्रेन का इंतजार करते या फिर ट्रैक के रास्ते ट्रेन पर सवार होते यात्रियों को अक्सर देखा जाता है. रेलवे यात्रियों को जागरूक करने के लिए […]
दुर्घटनाओं के बावजूद ट्रैक पर बैठे रहते हैं यात्री, रेलवे नहीं करता कार्रवाई
जागरूकता की कमी या ट्रेन पकड़ने की हड़बड़ी, रेलवे ट्रैक पर खड़ा होकर या बैठ कर ट्रेन का इंतजार करते या फिर ट्रैक के रास्ते ट्रेन पर सवार होते यात्रियों को अक्सर देखा जाता है. रेलवे यात्रियों को जागरूक करने के लिए कई माध्यमों से प्रचार-प्रसार करता है, लेकिन यात्री कई बार जान-बूझ कर ऐसी गलती करते हैं, जो जानलेवा साबित होता है.
जहानाबाद (नगर) : पटना-गया रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे ट्रैक पर बैठ कर ट्रेनों का इंतजार करते यात्री देखने को मिलते हैं. अक्सर ट्रेन आने पर यात्री रेलवे ट्रैक पार कर ट्रेन पर चढ़ते भी देखे जाते हैं, लेकिन शायद यात्रियों को यह अंदाजा नहीं होता है कि यह कितना खतरनाक है और उनकी जान भी जा सकती है. रेलवे ट्रैक पर बैठे यात्री एक बड़े हादसे को आमंत्रित करते रहते हैं. बावजूद इसके यात्री अपनी जान को जोखिम में डाल रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के इंतजार में बैठे रहते हैं.
रेलवे द्वारा अक्सर रेलवे ट्रैक पर बैठने वाले यात्रियों को चेतावनी दी जाती है. साथ ही उन्हें यह भी बताया जाता है कि एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए हमेशा सीढ़ी का उपयोग करें.
रेलवे द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी यात्रियों को रेलवे ट्रैक पर जाना कितना खतरनाक है से संबंधित जानकारी अक्सर दी जाती है. सब कुछ जानते हुए भी यात्री संभावित खतरों से अनजान बन ट्रैक पर अपना डेरा जमाये ट्रेन की प्रतीक्षा करते रहते हैं. ऐसे यात्रियों के खिलाफ रेल प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से भी इनका हौसला बुलंद रहता है तथा वे प्लेटफॉर्म के बजाय ट्रैक पर ही अपने सामान के साथ बैठे रहते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
ट्रैक पर बैठ कर ट्रेन की प्रतीक्षा करना या ट्रैक के माध्यम से ट्रेन पर सवार होना काफी खतरनाक है. ऐसे में अक्सर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. यात्रियों को बार-बार ऐसा न करने के लिए चेतावनी दी जाती है, लेकिन यात्री इसे अनसुना कर देते हैं.
चौधरी नरेंद्र सिंह, स्टेशन प्रबंधक
जागरूक करने की है जरूरत
ट्रेन के इंतजार में ट्रैक पर बैठना या फिर ट्रैक के माध्यम से एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाना कितना खतरनाक हो सकता है, इससे आम यात्री अनभिज्ञ हैं. हालांकि रेल प्रशासन द्वारा समय-समय पर यात्रियों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक व परचा के माध्यम से यात्रियों को जागरूक किया जाता है, लेकिन यात्री जागरूकता की बातें एक कान से सुन दूसरे कान से निकाल देते हैं. सुरक्षा को ताक पर रख कर वे रेलवे ट्रैक पर बैठ कर ट्रेनों की प्रतीक्षा करते रहते हैं.
ट्रैक पर क्यों बैठते हैं यात्री
ट्रेन पर चढ़ने में सुविधा के ख्याल से यात्री ट्रैक पर ही बैठ कर ट्रेन का इंतजार करते रहते हैं. कई बार प्लेटफॉर्म पर शेड की कमी के कारण भी यात्री ट्रैक पर बैठे नजर आते हैं. प्लेटफॉर्म पर ट्रेन लगते ही ट्रेन पर चढ़ने-उतरनेवाले यात्रियों की अफरा-तफरी से बचने के लिए भी ट्रैक के माध्यम से ट्रेन पर सवार होना आसान समझते हैं यात्री.
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