जहानाबाद (नगर) : जिले में शनिवार एवं रविवार को आये भूकंप के झटकों से लोगों के दिलों में दहशत पैदा हो गया है. खौफ का आलम यह रहा कि लोग घरों में जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके और पूरी रात खुले में बिताये. रविवार की दोपहर आयी भूकंप के झटकों ने लोगों के दहशत को और बढ़ा दिया.
भूकंप के और झटके आने की संभावना को देखते हुए जिले के लोग खुले आसमान में रात बिताना ही ज्यादा मुनासिब समझा. शाम ढलते ही लोग मैदानों में एकत्रित होने लगे तथा भूकंप से संबंधित चर्चाओं में रात गुजार दी. कुदरत के कहर से सलामती के लिए लोगों का हुजूम गांधी मैदान, एरोड्राम मैदान, इंडोर स्टेडियम परिसर, बाजार समिति प्रांगण आदि स्थानों पर उमड़ा रहा.
देर रात कुछ लोग घर वापस भी लौटे, लेकिन अधिकांश लोगों ने रविवार की रात मैदान में ही बिताये. जिले में आये भूकंप के झटकों से हालांकि कोई अधिक क्षति नहीं हुई है, बावजूद इसके जिला प्रशासन द्वारा एहतियातन लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए माइक से प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है. भूकंप के संबंध में फैल रही तरह-तरह के अफवाहों के कारण जिलेवासी और भी दहशत में देखे जा रहे हैं. चांद का उलटा होना, भूकंप के और कई झटके आने की संभावना से संबंधित अफवाहों के कारण जिले के शहरी एवं ग्रामीण इलाके के लोग परेशान हैं. जिधर देखिए, उधर लोग भूकंप की ही चर्चा करते नजर आये.
बीडीओ ने किया मुआयना : मोदनगंज. डीएम के निर्देश पर बीडीओ राजेश कुमार दिनकर ने प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर भूकंप से हुई क्षति का आकलन किया. बीडीओ ने बंधुगंज में अजीत शर्मा, अंजनी शर्मा के मकान में भूकंप से आये दरार का निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने लगभग दर्जन भर गांवों का मुआयना कर भूकंप से हुई क्षति का आकलन किया.
भूकंप के खौफ में समय बीता रहे ग्रामीण : करपी (अरवल). भूकंप के खौफ से लोग रविवार की रात चैन से नहीं सो पाये. लोगों को घर में रहने की बजाय खुले आकाश के नीचे रहना ज्यादा सुरक्षित लग रहा था.
पदाधिकारियों के साथ प्रभारी मंत्री ने की बैठक : अरवल. जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय में बैठक की. बैठक में डीएम कुंवर जंग बहादुर, एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो, एसडीओ सत्येंद्र कुमार, डीडीसी रंजन कुमार सिन्हा, वरीय उपसमाहर्ता अशोक कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अशोक कुमार त्रिपाठी, जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र नाथ साह समेत सभी उपसमाहर्ता, बीडीओ, सीओ एवं सभी विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे.
माले ने चलाया राहत संग्रह अभियान : जहानाबाद (सदर). भाकपा-माले ने भूकंप पीड़ितों एवं चक्रवात पीड़ितों की मदद के लिए राहत संग्रह अभियान चलाया है, जो चार मई तक चलेगा. इसके तहत सोमवार को माले नेता अशोक कुमार, भागीरथ मांझी, कारू मांझी, सुरेश मांझी के नेतृत्व में मखदुमपुर बाजार में राहत संग्रह किया गया. भाकपा-माले के जिला कार्यालय सचिव श्याम पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी. उन्होंने इस अभियान में सभी दुकानदारों और न्याय पसंद लोगों से सहयोग करने की अपील की.
क्षतिपूर्ति का आकलन कर सौंपें रिपोर्ट : जहानाबाद (सदर). अंचल कार्यालय के सभागार में सीओ नवीन कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में राजस्व कर्मचारियों की बैठक हुई, जिसमें उन्होंने उपस्थित सभी राजस्व कर्मचारियों को प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार के निर्देशानुसार भूकंप से हुई क्षति का आकलन कर शीघ्र ही कार्यालय में रिपोर्ट जमा करने को कहा, ताकि भूकंप पीड़ितों के बीच शीघ्र ही राहत कार्य चलाया जा सके. बैठक में सीआइ मुन्ना कुमार, राजस्व कर्मचारी अविनाश कुमार, वैंकटेश कुमार, सुखदेव प्रसाद समेत कई लोग उपस्थित थे.
क्षति की सूचना प्रशासन को दें कार्यकर्ता : अरवल. जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने परिसदन में सभी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को भूकंप से हुई क्षति के संबंध में सटीक सूचना संग्रह कर जिला प्रशासन के साथ शेयर करने की अपील की, ताकि उसके आधार पर जांच पूरी कर अविलंब गृहस्वामी व फसल क्षति का अनुदान किसानों को दी जा सके. बैठक में दयानंद सिंह, अनिल कुमार वर्मा, राम जनम सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
अरवल (ग्रामीण) : ग्रामीण विकास मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने आपदा को लेकर पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय कक्ष में बैठक की, जिसमें उन्होंने पदाधिकारियों से जिले में भूकंप से पहुंची जान व माल की क्षति की जानकारी ली. इसकी जानकारी उन्होंने बैठक के बाद परिसदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं. उन्होंने बताया कि बैठक में पदाधिकारियों को ओलावृष्टि, वज्रपात एवं शीत लहर से हुई फसलों की क्षति की अनुदान राशि किसानों के बीच शीघ्र भुगतान करने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि प्रकृति आपदा भूकंप से जिले में हुई जान व माल की क्षति की सूचना दो दिन के अंदर संग्रह कर सरकार को रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है. भूकंप के कारण घरों की क्षति, पशुओं की क्षति, किसी की मृत्यु या जख्मी होने की सूचना संग्रह करने के लिए पंचायत स्तर के कर्मियों को भी युद्ध स्तर पर लगाने का निर्देश दिया है. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से विपत्ति की इस घड़ी में धैर्य एवं संयम बरतते हुए समस्या से निबटने की अपील की.
उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में शिथिलता बरतनेवाले कर्मी व पदाधिकारी बख्शे नहीं जायेंगे. उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार को बिहार की समस्याओं से रिश्ता नहीं है. वे केवल वोट के लिए अखबार में प्रचार से मतलब रखते हैं. बिहार से केंद्र में सात मंत्री हैं. अगर सभी लोग पांच-पांच हजार लाख राशि बिहार लाते, तो राज्य में हुई क्षति की भरपाई हो जाती. बिहार में 75 लाख बेघर परिवार हैं.
केंद्र सरकार 2022 तक सभी को पक्का मकान बना कर देने की बात करती है, जबकि केंद्र सरकार ने 2015-16 के लिए महज एक लाख 87 हजार बेघरों को घर बनाने के लिए चिह्न्ति किया है.
केंद्र सरकार पर इंदिरा आवास के 4000 हजार करोड़ रुपये पूर्व के बकाये हैं. 11 माह के दौरान केंद्र सरकार ने राज्य को मनरेगा के तहत कोई भी राशि नहीं दी. सूबे से मजदूरों का पलायन हो रहा है. इस मौके पर कामाख्या पटेल, बीस सूत्री उपाध्यक्ष जितेंद्र पटेल, मंजु देवी, जदयू जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह यादव, नगर पर्षद के मुख्य पार्षद नित्यानंद सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.