किशोरी को तेज गति से ले जा रहे थे बाइक सवार
रतनी (जहानाबाद) : एक व्यक्ति द्वारा एक 10 वर्षीय किशेरी को बाइक पर तेजी से ले जाता देख आस-पास के लोगों ने बाइक सवार को उस किशोरी का अपहरणकर्ता समझ कर जम कर पिटाई कर डाली.
उस बाइक के साथ ही दूसरी बाइक से आ रहा दूसरा व्यक्ति भी लोगों के गुस्से का शिकार बन गया. उसे भी लोगों ने जम कर पीटा. पूछताछ में वह व्यक्ति अपने को परसविगहा थाने का एसपीओ बताते हुए अपना नाम बलिराम शुक्ला उर्फ साधु जी बताया. एसपीओ ने बताया कि बड़ा बाबू के आदेश पर एक परिचित युवक की बाइक पर उक्त किशोरी को बिठा कर पुलिस पिकेट पर ले जाया जा रहा था.
जब उस किशोरी से पूछताछ की गयी तो बड़ा ही सनसनीखेज मामला सामने आया. किशोरी ने अपना नाम अमृता बताया. उसने बताया कि वह औरंगाबाद जिले के सम्हारिया गांव की रहनेवाली है. किशोरी ने बताया कि वह बीते एक वर्ष से परसविगहा थाना क्षेत्र के तुरकौल निवासी अनिल सिंह के घर दाई के रूप में अपनी छोटी बहन आठ वर्षीया अनुप्रिया ऊर्फ वंदनाके साथ रह रही है.
इस छोटी सी बच्ची ने जब अपनी कहानी बतायी तो आस-पास के लोगों की रूह कांप गयी. उसने बताया कि उसकी मां कि हत्या के आरोप में उसका पिता जेल गया था. जेल में ही उसके पिता की मुलाकात तुरकौल निवासी अनिल से हुई. दोनों जेल में ही अच्छे दोस्त बन गये. अनिल जेल से छुटनेवाला था, तभी उसके पिता ने अपने घर का पता बताते हुए उससे कहा कि मेरे दो छोटी बच्चियों पर ध्यान रखना.
जेल से छुटने के बाद अनिल दोनों बहनों को अपने गांव तुरकौल ले आया और उससे घरेलू काम कराने लगा. जरा-जरा सी बात पर दोनों बहनों को प्रताड़ित करता था.इन सब बातों से उब कर अमृता बुधवार की शाम वहां से भाग कर परसविगहा थाना पहुंच गयी और पुलिस से सारी बात बतायी.
अमृता ने बताया कि इधर कुछ दिनों से अनिल उसके साथ गंदा काम भी करने लगा था. जब वह इसका विरोध करती थी तो उसके साथ मारपीट किया जाता था. वहीं थानाध्यक्ष ने अमृता से पूछताछ हेतु सुरक्षित जगह पुलिस पिकेट पर एसपीओ के साथ भेज रहे थे, जहां एसपीओ लोगों की गलतफहमी का शिकार बन गया और गलतफहमी के शिकार लोगों के द्वारा शाहपुर के समीप सड़कों को घंटों जाम कर दिया गया.
जाम की खबर पाकर जिले के एसपी साएली धूरत उक्त स्थल पर पहुंच कर दोनों बच्चियों को अपने कब्जे में ले लिया और घटना की जांच का आश्वासन देकर सड़क से जाम को छुड़ाया.