जहानाबाद (नगर) : जिले में कुरबानी का पर्व ईद-उल-अजहा प्रेम व भाईचारे के साथ मनाया गया. इस मौके पर मुसलमान भाइयों में मसजिदों और ईदगाहों में इकट्ठा होकर बकरीद की नमाज अदा की गयी तथा एक-दूसरे से गले मिल की बकरीद की मुबारकवाद दी. नमाज के उपरांत कुर्बानी दी गयी. जिले में मुसलिम समुदाय द्वारा धूमधाम से बकरीद का त्योहार मनाया गया. मसजिदों एवं ईदगाहों में बकरीद की नमाज अदा की गयी.
इस दौरान इमामों और अन्य धार्मिक विद्वानों ने लोगों के अल्लाह के प्रति समर्पण, विश्व प्रेम और क्षमा का संदेश दिया. साथ ही यह बताया कि बकरीद त्याग, विश्वास और भक्ति का प्रतीक है. विश्व प्रेम, भाईचारे, त्याग और सेवा भाव का संदेश यह पर्व देता है. बकरीद कुरबानी का दिन है. इस दिन अपने प्यारे वस्तु की कुरबानी दी जाती है. जिले की विभिन्न मसजिदों एवं ईदगाहों में सुबह से ही बकरीद की नमाज अदा की जा रही थी. मुख्य नमाज फिदा हुसैन मोड़ स्थित ईदगाह में अदा की गयी, जहां हजारों की संख्या में उपस्थित मुसलमान भाइयों ने नमाज अदा की. नमाज के उपरांत घर-घर में बकरे की कुरबानी दी गयी तथा कुरबानी को तीन हिस्से में बांट कर उसके एक हिस्से को गरीबों में बांटा गया, जबकि दूसरे हिस्से को अपने रिश्तेदारों एवं परिचितों के घर भेजा गया. वहीं शेष एक हिस्से का उपयोग स्वयं किया गया.
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इब्राहिम नामक एक पैगंबर थे, जिन्होंने अल्लाह के दूत के आदेश पर अपने बेटे को कुरबानी देने ले गये थे. कुरबानी देते समय अल्लाह ने पैगंबर का हाथ पकड़ लिया. इसी दौरान पैगंबर के बेटे की जगह एक बकरा आ गया.
फिर वहां पर बकरे की कुरबानी दी गयी. उसी समय से कुरबानी का यह पर्व मनाया जा रहा है. ईदगाह के समीप बकरीद का नमाज अदा किये जाने के उपरांत मुसलमान भाइयों ने एक-दूसरे का गले मिल बकरीद की बधाई दी. इस दौरान राजद नेता मुंद्रिका सिंह यादव ने भी लोगों से मिल बकरीद की बधाई दी. इधर रतनी प्रतिनिधि के अनुसार मुसलिम भाइयों के पर्व ईद-उल-जोहा (बकरीद) हर्षोल्लास के साथ प्रखंड क्षेत्र में मनाया गया. पर्व को लेकर सुबह से ही मसजिदों में नमाज अदा करने के लिए मुसलिम भाइयों की भीड़ देखी जा रही थी. बकरीद को लेकर परस बिगहा व शकुराबाद थाने की पुलिस सुबह से ही चौकन्ना रही. पर्व में किसी प्रकार का व्यवधान न हो इसके लिए जगह-जगह पर पुलिस गश्त करते रही. वहीं शकुराबाद, रतनी फरीदपुर, सोहरैया, मोहनपुर, कनसुआ सहित कई जगहों पर नमाज अदा की गयी.