तीन लोगों ने भागकर बचायी जान ग्रामीणों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन

बालू उत्खनन में अनियमितता बरतने का लगा रहे थे आरोप जहानाबाद/हुलासगंज : सुकियावां के महादलित टोले में शुक्रवार को अचानक कोहराम मच गया. एक तरफ घर में दो माह की नवजात की मौत पर चीत्कार मची थी, वहीं बच्ची को दफन करने के दौरान फल्गु नदी में खोदे गये कब्र में मिट्टी धंसने से दादा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2018 5:22 AM

बालू उत्खनन में अनियमितता बरतने का लगा रहे थे आरोप

जहानाबाद/हुलासगंज : सुकियावां के महादलित टोले में शुक्रवार को अचानक कोहराम मच गया. एक तरफ घर में दो माह की नवजात की मौत पर चीत्कार मची थी, वहीं बच्ची को दफन करने के दौरान फल्गु नदी में खोदे गये कब्र में मिट्टी धंसने से दादा की भी मौत हो गयी. गांव के रामप्रवेश यादव (55 वर्ष) अपने गांव के कुछ लोगों के साथ पोती का दाह संस्कार करने सुकियावां के फल्गु नदी में गये थे. वहां तटबंध के समीप खोदे जा रहे गड्ढे में अचानक मिट्टी का धंसान होना शुरू हो गया.
साथ रहे तीन लोग तो किसी तरह जान बचाकर निकल भागे लेकिन गोद में पोती का शव लिये रामप्रवेश को गड्ढे से निकलने का मौका नहीं मिला और चंद मिनटों में ही मिट्टी से दबकर दम घूंटने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना की खबर सुनते ही वहां पर आस-पास के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. जेसीबी के साथ-साथ कुदाल से भी मिट्टी की परत को हटाकर काफी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया. शव निकलते ही लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा और सभी बालू ठेकेदार को एक स्वर से कोसने लगे.
आक्रोश के कारण लोग सड़क पर उतर आये और यातायात को घंटों बाधित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही हुलासगंज थानाध्यक्ष लालमुनि दूबे समेत सीओ, बीडीओ और मुखिया भी पहुंच गये. मृतक के परिजनों को सांत्वना के साथ-साथ सहायता राशि भी दी गयी. साथ ही आगे मदद का भरोसा दिलाया, तब जाकर सड़क जाम हटा. बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जहानाबाद भेज दिया.
सड़क जाम कर बालू उत्खनन का जताया विरोध : इस घटना की सूचना पाकर वहां पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. पोती के साथ-साथ दादा की लाश को देखकर लोग आग बबूला हो गये और सुकियावां के समीप सड़क जाम कर दिया. ग्रामीणों का कहना था कि बालू उत्खनन में लगी एजेंसियों के द्वारा बेतरतीब तरीके से बालू निकाला जा रहा है. अनियमितता बरती जा रही है. नदी में कई जगहों पर जानलेवा गड्ढे हो गये हैं, जिसके कारण पहले भी 10 लोगों की जान जा चुकी है. आक्रोशित लोग मृतक के परिजन को मुआवजा देने और बालू उत्खनन में अनियमितता बरतने पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे.
परिजन को दी गयी सहायता राशि : घटना एवं सड़क जाम की सूचना पाकर बीडीओ मो एजाज आलम, कोकरसा पंचायत की मुखिया रानी देवी, हुलासगंज के थानाध्यक्ष लालमुनि दूबे, सीओ शुभेंद्र कुमार झा वहां पहुंचे. बीडीओ ने मृतक के पत्नी को पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये का चेक दिया. मुखिया ने कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये और थानाध्यक्ष ने दो हजार रुपये की सहायता राशि पीड़ित परिवार को दी. अधिकारियों के समझाने के बाद सड़क जाम समाप्त हुआ. सीओ ने बताया कि मृतक के परिजन को सरकारी नियमानुसार अन्य सहायता राशि दी जायेगी. इस घटना के बाद राजद के पूर्व अध्यक्ष राणा यादव के अलावा राजनंदन यादव समेत अन्य लोग बालू उत्खनन के मामले में बरती जा रही लापरवाही पर नियंत्रण करने की मांग की है.

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