Explainer: जदयू की ‘भाईचारा यात्रा’ के क्या हैं मायने? जानिए भाजपा के किले को तोड़ने की नयी तैयारी..

Explainer Story: जदयू अब ‘कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा’ की शुरुआत करने जा रही है. भाजपा को हराने के उद्देश्य से विपक्षी दलों को एकजुट करके मैदान में उतरी जदयू के नेता नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के नेताओं को इसे लेकर सलाह भी दी है. जानिए क्या हैं इस यात्रा के मायने..

By ThakurShaktilochan Sandilya | July 31, 2023 11:13 AM

Explainer Story: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी सभी दलों ने शुरू कर दी है. इस बार मुकाबला कुछ अधिक दिलचस्प होने की संभावना है. विपक्षी दलों ने भाजपा को हराने के लिए अब नया फार्मूला तैयार किया है. अलग-अलग लड़कर वोट बंटने की बजाय अब विपक्षी दलें गोलबंद होकर एकसाथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. इसे लेकर दो अहम बैठक हो चुकी है. वहीं एनडीए से अलग होने के बाद अब जदयू भाजपा को हराने के लिए अपनी तैयारियों को तेज कर रही है. इसी क्रम में जदयू अब ‘कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा’ की शुरुआत करने जा रही है. इस यात्रा के कई मायने हैं जिससे संभावित फायदे को देखते हुए जदयू अब आगे की तैयारी कर रही है.

कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा की शुरुआत करेगी जदयू

जदयू ने मंगलवार से ‘कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा’ की शुरुआत करने की घोषणा की है. इसका मकसद भाजपा के नफरती एजेंडों को विफल करना है. जदयू प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि विधान पार्षद डॉ खालिद अनवर एक अगस्त से ‘कारवाने इत्तेहाद व भाईचारा यात्रा’ की शुरुआत करेंगे. इनकी इस यात्रा का शीर्षक ‘अपनी तारीख को बचाएं, नीतीश कुमार के साथ आएं’ है. यह यात्रा एक अगस्त से छह सितंबर तक तीन चरणों में चलेगी और 26 जिलों से होकर गुजरेगी. यात्रा में पिछले 18 वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों की चर्चा और देश की मौजूदा स्थितियों पर संवाद भी होगा.

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने क्या कहा..

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा कि प्रदेश के अल्पसंख्यक समाज के कल्याण और उत्थान को लेकर सीएम नीतीश कुमार हमेशा चिंतित रहते हैं. वहीं कुछ लोग भाजपा की बी टीम बनकर समाज को भटकाने का काम कर रहे हैं, ऐसे लोगों से होशियार रहें. उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि भाजपा द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए जाति व धर्म के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास हो रहा है.

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‘भाजपा की उन्मादी विचारधारा’ का जिक्र..

मंत्री जमा खान ने कहा कि हमारी पार्टी की यात्रा के माध्यम से हम प्रदेश के सभी जिले, प्रखंड, कस्बे व मोहल्लों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे और मुख्यमंत्री का संदेश पहुंचायेंगे. इस यात्रा के संयोजक अनवर ने कहा कि प्रदेश में एकता, भाईचारा, सामाजिक सौहार्द और अमन-चैन का संदेश दिया जायेगा. भाजपा की उन्मादी विचारधारा को यकीनन हम रोकने में कामयाब होंगे.

नीतीश कुमार पूर्व में सूबे के दौरे पर निकले..

बता दें कि सीएम नीतीश कुमार खुद सूबे की यात्रा पर पूर्व में निकल चुके हैं. जिलों में जाकर उन्होंने लोगों से संवाद किए हैं वहीं अपने पुराने साथियों व जानकारों से नीतीश कुमार समय-समय पर मिलते रहे हैं. आम लोगों से खुद को कनेक्ट करने का नीतीश कुमार का यह अंदाज लोगों ने पहले भी देखा है. वहीं अब जदयू की ओर से अन्य नेता लोगों के बीच जाएंगे और उनसे संवाद करेंगे. इसके पीछे की वजह भी जदयू के दिग्गज नेताओं के बयानों से ही साफ झलकता है.

क्या हो सकते हैं इस यात्रा के मायने..

दरअसल, भाजपा के ऊपर विपक्ष ने हमेसा यह आरोप लगाया है कि हिंदू-मुसलमानों के बीच बीजेपी मतभेद पैदा करती है. एकतरह से अल्पसंख्यक समाज को यह सचेत किया जाता है कि भाजपा उनके खिलाफ है. वहीं बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. सीमांचल क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाला है जहां के वोट बैंक पर महागठबंधन का निशाना रहता है. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने जिस बी टीम का जिक्र किया है वो एआइएमआइएम पार्टी की ओर इशारा करता है. जिसने सीमांचल में तेजी से अपने पांव पसारे हैं. सीएम नीतीश कुमार खुद पूर्णिया की रैली में इसका जिक्र कर चुके हैं. जदयू असुद्दीन ओवैसी को भी हल्के में नहीं लेगी और वोट कटने की संभावना को खत्म करना चाहेगी. बता दें कि इत्तिहाद कर हिंदी अर्थ प्रेम व्यवहार एवं मित्रता है.

क्या ओवैसी भी निशाने पर?

जदयू की ओर से भाईचारे का संदेश कहीं न कहीं एक तरफ भाजपा के खिलाफ अल्पसंख्यक वोटों की गोलबंदी तो दूसरी तरफ एआइएमआइए से संभावित नुकसान को खत्म करने की तैयारी से जुड़ा दिखता है. वहीं नीतीश कुमार के कामों को जनता के बीच जाकर जदयू के नेता रखेंगे और उनसे अपील करेंगे कि वो नीतीश कुमार के साथ ही आएं. कुल मिलाकर देखा जाए तो जदयू भाजपा के खिलाफ मजबूती से अपने वोटरों को एकजुट करने के प्रयास में लगेगी.

नीतीश कुमार ने अपने नेताओं से क्या कहा?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जदयू के पूर्व सांसदों और विधायकों से एक-एक कर मुलाकात कर सभी के क्षेत्र की राजनीतिक और क्षेत्र के विकास की हालत की जानकारी ली है. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा है कि आमलोगों तक सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी पहुंचाएं. पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करें और जनसरोकार और विकास के काम में कोई समस्या होने पर उसकी जानकारी दें. समस्याओं का उचित समय पर समाधान कर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने यह मुलाकात 1 अणे मार्गस्थिति मुख्यमंत्री आवास में किया.

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