भक्तों की सभी मुरादें पूरी करती हैं मां वैष्णवी दुर्गा
जिला मुख्यालय के बोधबन तालाब स्थित एक मात्र चैती वैष्णवी दुर्गा मंदिर की महिमा की ख्याति दूर-दूर तक फैली है. यहां हर किसी की मांगी मुरादें मां अवश्य पूरी करती हैं.
अर्जुन अरनव, जमुई
जिले में दुर्गा पूजा एक विशेष उत्सव के रूप में अपना महत्व रखती है, चाहे वह शारदीय नवरात्र हो या वासंतिक. जिला मुख्यालय के बोधबन तालाब स्थित एक मात्र चैती वैष्णवी दुर्गा मंदिर की महिमा की ख्याति दूर-दूर तक फैली है. यहां हर किसी की मांगी मुरादें मां अवश्य पूरी करती हैं. मां वैष्णवी दुर्गा की कृपा पाने के लिए आस-पास के जिले से भी श्रद्धालु आते हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो इस मंदिर में बीते लगभग 90 वर्षो से चैती दुर्गा पूजा धूम-धाम से होती आ रही है. श्री श्री 108 चैती वैष्णवी माता मंदिर पूजा समिति के अध्यक्ष प्रमोद साव, कोषाध्यक्ष शंकर विश्वकर्मा, सदस्य चंदन कुमार, गोविंद कुमार, मन्नु विश्वकर्मा, गोरे पाल ने बताया कि इस मंदिर में आजादी के पूर्व से ही मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जा रही है. पूजा समिति के सदस्यों ने बताया गया कि पहले यहां फूस व खपरैल के बने मंदिर में पूजा अर्चना की जाती थी. स्थानीय लोगों के सहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण करवाया गया है. सदस्यों ने बताया कि इस बार प्रतिमा, सजावटें, लाइट, साउंड का काफी विस्तार किया गया है. मंदिर में नारायण पंडित वासंतिक नवरात्र पर दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं. कलश स्थापना के साथ नवरात्र के प्रथम दिन से ही पूजा प्रारंभ होने के साथ ही मेला का भी आयोजन शुरू हो जाता है. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगती है. प्रतिमा बनाने, पूजा, एवं सजावट का काम शुरू कर दिया गया है. बताया जाता है कि हर साल सप्तमी, अष्ठमी, नवमी, दशमी को मेला का आयोजन किया जाता है.. भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग भी मिलता है.नवरात्र के सप्तमी के दिन पट खुलने के बाद मां को खीर, पुड़ी का भोग लगाकर सभी श्रद्धालूओं के बीच प्रसाद वितरण किया जाता है और दशमी के दिन भंडारा किया जायेगा.12 फीट से अधिक ऊंची प्रतिमा का हो रहा निर्माण
पूजा समिति के सदस्य द्वारा बताया गया कि इस बार यहां 12 फीट से अधिक ऊंची प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है. इसके साथ ही अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी बनाई जा रही है. सदस्यों द्वारा बताया गया कि जमालपुर निवासी गोपाल पंडित द्वारा प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है.1970 में मंदिर का कराया गया निर्माण
मुख्यालय के बोधबन तालाब स्थित श्रीश्री 108 चैती वैष्णवी दुर्गा मंदिर में वर्ष 1934 से लगातार पूजा की जा रही है. पहले फूस व खपरैल के बने मंदिर में मां की पूजा पिंडी रूप में शुरू की गयी थी. इसके उपरांत 1970 से मंदिर का निर्माण कार्य स्थानीय लोगों की सहायता से शुरू किया गया. स्थानीय निवासियों ने मिलकर पूजा की शुरुआत की थी जो आज तक जारी है. इस वर्ष आकर्षक सजावट के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
