टीकाकरण के बाद पैर हुआ टेढ़ा

सरकारी योजना के तहत बच्चों के टीकाकरण के दौरान दी जानेवाली सूई को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इलाके के गोपालमारन गांव में इस सूई के प्रभाव से एक बच्चे में पोलियो के लक्षण उभर आये हैं. इससे पूर्व लीलावरण गांव निवासी जयनाथ यादव के पुत्र को भी इसी प्रकार की सूई दी गयी थी, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 20, 2016 1:19 AM

सरकारी योजना के तहत बच्चों के टीकाकरण के दौरान दी जानेवाली सूई को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इलाके के गोपालमारन गांव में इस सूई के प्रभाव से एक बच्चे में पोलियो के लक्षण उभर आये हैं. इससे पूर्व लीलावरण गांव निवासी जयनाथ यादव के पुत्र को भी इसी प्रकार की सूई दी गयी थी, जिसके बाद बच्चे में पोलियो के लक्षण उभर आये थे

सिमुलतला : क्षेत्र के गोपलामरन गांव में सरकारी टीकाकरण की सुई से पुनः एक बच्चे का पैर टेढ़ा होने का मामला प्रकाश में आया है. इससे पूर्व थाना क्षेत्र के लीलावरण गांव निवासी जयनाथ यादव के पुत्र को भी इसी प्रकार की सुई दिये जाने से पैर में पोलियो का लक्षण दिखाई पड़ने लगे थे,
जो बहुत प्रयास के बाद भी अबतक पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया. थाना क्षेत्र के गोपलामारन निवासी पीड़ित बच्चे के पिता ने बताया कि लगभग आठ माह पूर्व उनके एक वर्षीय पुत्र दीपक कुमार को इस क्षेत्र में कार्यरत एएनएम सुशीला देवी द्वारा इसीजी नामक सरकारी टीकाकरण की सुई दी गयी थी.
सुई देने के दूसरे दिन ही बच्चे के पैर में परेशानी आने लगी थी. कहा कि वह झाझा, देवघर व जमुई के जाने माने चिकित्सको से अपने बेटे का इलाज करवा चुके हैं लेकिन पैर में कुछ खास बदलाव नहीं आया. सभी चिकित्सको ने एक ही बात बताया कि टीकाकरण की सुई से बच्चे के पैर में पोलियो के लक्षण उत्पन्न हुए हैं. उन्होंने इसकी शिकायत भी रेफरल अस्पताल झाझा में की थी, लेकिन इस मामले पर कोई खास पहल नही हो पाया.
क्या कहती हैं एएनएम
इस संदर्भ में एएनएम ने बताया कि वह एक बच्चे को नही हर बार दर्जनों बच्चों को सरकारी टीकाकरण की सुई देती है. अगर सुई में कुछ रहता तो सभी बच्चे इसके चपेट में आते. एएनएम ने कहा कि उनके ऊपर लगाया गया आरोप निराधार है.

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