Advertisement
चिकित्सक दवा के नाम पर थमा देते हैं पुरजा
ड्यूटी पर कभी नहीं रहती है पदस्थापित महिला चिकित्सक चकाई : डॉक्टर तथा दवा के अभाव में चकाई रेफरल अस्पताल खुद बीमार हो कर रह गया है़ बताया जाता हैं कि रोगी जब इलाज कराने अस्पताल जाते है तो अक्सर डाॅक्टर गायब मिलते है और अगर मुलाकात हो भी जाती है तो डाॅक्टर द्वारा दवा […]
ड्यूटी पर कभी नहीं रहती है पदस्थापित महिला चिकित्सक
चकाई : डॉक्टर तथा दवा के अभाव में चकाई रेफरल अस्पताल खुद बीमार हो कर रह गया है़ बताया जाता हैं कि रोगी जब इलाज कराने अस्पताल जाते है तो अक्सर डाॅक्टर गायब मिलते है और अगर मुलाकात हो भी जाती है तो डाॅक्टर द्वारा दवा के नाम पर पुरजा थमा दिया जाता है.
दवा दुकान से दवा खरीदने का निर्देश दिया जाता है़ वही मरीजों ने बताया कि अस्पताल में एक मात्र पदस्थापित महिला डाॅक्टर गायत्री कुमारी कभी आती ही नहीं हैं. जिस कारण महिला मरीजों को इलाज कराने में काफी कठिनाई होती हैं और उन्हें देवघर जाकर इलाज कराना पडता है़
दवा का अभाव : वहीं रेफरल अस्पताल चकाई के आउट डोर में 35 प्रकार के दवा के स्थान पर 26 दवा तथा इंडोर में 110 प्रकार के दवा में 96 प्रकार का दवा उपलब्ध है. इस बाबत जानकारी देते हुए रमेश प्रसाद ने बताया कि चिकित्सक, दवा तथा स्टाफ की कमी के बारे में सिविल सर्जन जमुई को लिखा गया है
तथा जल्द दवा एवं स्टाफ की कमी को पूरा करने का आश्वासन भी दिया है. उन्होंने बताया कि रेफरल अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक गायत्री देवी मंगलवार तथा शुक्रवार को अस्पताल में बैठती है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement