प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों को आनंददायी शिक्षा का गुर बताते हुए बीइओ मजहर आलम ने कहा कि शिक्षकों के आचार विचार व व्यवहार का बच्चों पर सीधा असर पड़ता है. इसलिए शिक्षक वर्ग कक्ष में बच्चों के साथ सकारात्मक व दोस्ताना रवैया अपनाये. बीइओ मजहर आलम ने कहा कि पूर्व में बच्चों का आरोही व अवरोही क्रम में गिनती व पहाड़ा पढ़ाया जाता था. जो कि काफी आनंद दायक होता था.
उन्होंने एक बार फिर से आरोही व अवरोही क्रम में गिनती व पहाड़ा का पाठ बच्चों को पढ़ाने पर बल दिया. समारोह को संबोधित करते हुए प्रखंड साधनसेवी अरूण कुमार ने कहा कि शिक्षक बच्चों के साथ माता-पिता की तरह व्यवहार करें और हमेशा प्रसन्नचिंत मुद्रा में क्लास जायें और छोटी-छोटी गलतियों पर उन्हें प्यार से समझायें. शिक्षक बच्चों को हमेशा अच्छे कार्य के लिए प्रेरित करें व पढ़ाने के दौरान मनोरंजक व शिक्षाप्रद किस्से, कहानियों व चुटकुलों का प्रयोग करें. कार्यक्रम के दौरान जन प्रगति संस्थान के समन्वयक जैनेंद्र कुमार शर्मा ने संस्थान के द्वारा क्षेत्र में चलाये जा रहे शैक्षणिक कार्यक्रमों की जानकारी दी. मौके पर संस्थान के समन्वयक चंदन दूबे, वेदानंद दूबे, फरीद अंसारी, रामानंद महतो, रामवृक्ष महतो, मृदुला सिन्हा, किरण दूबे की अलावे दर्जनों की संख्या में सरकारी व निजी शिक्षक मौजूद थे.