जमुई: नक्सली कमांडर गोपाल टूड की गिरफ्तारी पुलिस के लिए इस साल की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है. यह वही गोपाल टूडू है, जिसने जमुई, बांका व गिरिडीह के सीमावर्ती क्षेत्र में आतंक मचा रखा था. देखने में साधारण पर आत्मविश्वास व मारक दिमाग का नक्सली गोपाल टूडू संगठन विस्तार में भी आगे रहा है.
अपने साथियों के प्रति वफादार व सभी साथियों से प्यार करने वाले टुडू का संगठन के सदस्य कायल रहे हैं. सिद्धू कोड़ा के दस्ते में वर्तमान में वह सेंकेंड मैन की भूमिका में था. सिद्धू की रणनीति को बेहतर तरीके से अमलीजामा पहनाने में माहिर गोपाल टूडू बड़ी तेजी से संगठन में अपनी पैठ बना रहा था.
मालूम हो कि सीआरपीएफ व जिला पुलिस के जवानों ने छापेमारी कर गुरुवार को खैरा थानाक्षेत्र के सीमावर्ती इलाके से पूर्वी बिहार उत्तरी झारखंड के जोनल कमांडर सिद्धू कोड़ा दस्ता का सक्रिय सदस्य हार्डकोर नक्सली गोपाल टूडू को गिरफ्तार किया है. इसकी तलाश पुलिस को काफी दिनों से थी. गोपाल टूड का जिला में हुए कई नक्सली वारदात में शामिल रहने की बात बतायी जाती है.
होगी विशेष पूछताछ
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक उपेंद्र प्रसाद सिंह बताते हैं कि खैरा थाना की पुलिस ने झारखंड पुलिस के सहयोग से खैरा थाना कांड संख्या 168/13 व 169/13 में आरोपी गोपाल टुडू को गिरफ्तार कर विशेष पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली विगत 19 सितंबर 2013 को परासी के निकट बन रहे पुलिस कैंप को डायनामाइट से उड़ाने और गिद्धेश्वर जंगल में पुलिस गश्ती कर रहे एसटीएफ के जवानों पर हमला करने में शामिल रहा है. नक्सलियों के इस वारदात में अंशुमन कुमार नामक एक एसटीएफ जवान शहीद हो गया था, जबकि तीन जवान घायल हो गये थे. इसके अलावा बीते चार जुलाई को भी नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों के छापामारी टीम पर खैरा थाना क्षेत्र के लखारी गांव में हमला कर दिया था. इसमें एक असिस्टेंट कमांडर शहीद हो गये थे. हालांकि इस दौरान पुलिस जोनल कमांडर सिद्धू कोड़ा की पत्नी रीना कोड़ा सहित तीन नक्सली को गिरफ्तार किया था, लेकिन सिद्धू कोड़ा, गोपाल टूडू सहित कई नक्सली सदस्य जंगल का लाभ उठा कर भाग निकला था.