वैज्ञानिकों ने किया नागी नकटी का सर्वेक्षण

झाझा : भारत सरकार के दो वानस्पतिक वैज्ञानिक झाझा स्थित नागी, नकटी व अन्य जगहों का सर्वेक्षण शुक्रवार को किया. बोटानिकल सर्वेयर ऑफ इंडिया कोलकाता के वैज्ञानिक डा. अविनाश और डा. ओंकार कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र में में औषधिय पौधे की अधिकता है. वैज्ञानिको ने बाराजोर, यक्षराज पहाड़ी, करमा, बैजला समेत अन्य जंगलो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 18, 2017 5:53 AM

झाझा : भारत सरकार के दो वानस्पतिक वैज्ञानिक झाझा स्थित नागी, नकटी व अन्य जगहों का सर्वेक्षण शुक्रवार को किया. बोटानिकल सर्वेयर ऑफ इंडिया कोलकाता के वैज्ञानिक डा. अविनाश और डा. ओंकार कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र में में औषधिय पौधे की अधिकता है. वैज्ञानिको ने बाराजोर, यक्षराज पहाड़ी, करमा, बैजला समेत अन्य जंगलो व पहाड़ी क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए कहा कि दुर्लभ जाति की कई पौधे इस क्षेत्र में है. जरूरत है इसे पहचानने की व इसका उपयोग जानने की.

वैज्ञानिकों के औषधीय पौधों का महत्व बताते हुए कहा कि साधारण से जटिल रोगों तक का इलाज इस औषध से किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि डायबिटीज, अस्थमा, ब्लड प्रेसर समेत कई रोगों का इलाज इस क्षेत्र में उपलब्ध वनस्पतियों से हो सकता है. वैज्ञानिक द्वय ने बताया कि इस क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी जाएगी. यदि भारत सरकार को लगा कि यहां के दुर्लभ जाति के पौधों का इस्तेमाल रोगों को ठीक करने में किया जा सकता है. तो इसके लिए भी बाद योजनाएं बनाई जा सकती है. मौके पर रेंजर अरुण कुमार, फॉरेस्टर एसके सिंह समेत कई वन अधिकारी मौजूद थे.

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