IIT-JEE Admission: पूरे देश के टेक्निकल संस्थानों में नये सत्र 2023 से सीटें बढ़ेंगी. इसी के तहत आइआइटी पटना और एनआइटी पटना में भी 60-60 सीटें बढ़ेंगी. खास कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस की पढ़ाई पर जोर दिया जायेगा. इसके लिए अलग से विभाग की स्थापना की जायेगी. आइआइटी पटना व एनआइटी पटना में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम शुरू हो गया है. देश के सभी आइआइटी व एनआइटी के साथ ही आइआइटी पटना और एनआइटी पटना में इसमें 60-60 सीटों पर एडमिशन होगा. एडमिशन जेइइ मेन और एडवांस के स्कोर पर होगा.
पटना आइआइटी में शुरू होंगे छह प्रोग्राम
आइआइटी पटना जल्द ही न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत छह नये एकेडमिक प्रोग्राम्स की शुरुआत करेगा. ये कोर्स बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस एंड डेटा एनालिटिक्स (सीएसडीए), बीएससी (ऑनर्स) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड साइबर सिक्योरिटी (एआईसीएस), बीएससी (ऑनर्स) मैथ्स और कंप्यूटर साइंस (एमसीएस) बीएससी (ऑनर्स) एकाउंटिंग एंड फाइनेंशियल मैनेजमेंट (एएफएम), बीएससी (ऑनर्स) बिजनेस मैनेजमेंट एंड एनलिटिक्स (बीएमए) और बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) शामिल हैं. इसमें इंट्रेस्टेड कैंडिडेट्स वेबसाइट से इन नये पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करेंगे. इन कोर्सेज की खास बात ये है कि इनमें एडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट्स को जेइइ मेन के स्कोर की जरूरत नहीं पड़ेगी. इनके माध्यम से कैंडिडेट्स को इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक रोजगार कौशल युक्त बनाने की ट्रेनिंग दी जायेगी. यह प्रोग्राम हाइब्रिड मोड में लॉन्च होंगे.
पढ़ाई के साथ मिलेगा वर्क एक्सपीरियंस
उम्मीदवारों को पेड अपरेंटिसशिप अवसर के माध्यम से वर्क एक्सपीरियंस पाने का अवसर भी दिया जायेगा. हर कार्यक्रम में 250 छात्रों का प्रवेश होगा, और कुल 1500 प्रवेश होंगे. कंप्यूटरविज्ञान कार्यक्रमों और प्रबंधन कार्यक्रमों के लिए सेमेस्टर शुल्क क्रमशः 40,000 और 50,000 रुपये होगा.
ऐसे होगा सेलेक्शन
जबकि जेइइ स्कोर उन लोगों के लिए माना जायेगा, जो अर्हता प्राप्त करने में सक्षम थे, अन्य उम्मीदवारों के पास सीयूसीइटी, एसएटी (यूएस), एनटीएसइ, केवीपीवाइ, इंस्पायर, राज्य स्तरीय प्रवेश और आइआइटीपी-सैट जैसे कई अन्य विकल्प होंगे, जिनका लाभ वे उठा सकते हैं.