गोपालगंज: विजयीपुर प्रखंड के सीडीपीओ कार्यालय में 35 लाख से अधिक का लेखा-जोखा नहीं मिलने के मामले में जांच के दौरान प्रधान सहायक अरुण कुमार ठाकुर पर वित्तीय अनियमितता का आरोप सत्य पाया गया है. अपर समाहर्ता विभागीय जांच हेमंत नाथ देव ने पूरे मामले में जांच रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को भेजते हुए कहा है कि उन पर वित्तीय अनियमितता का आरोप सत्य पाया गया है.
सूत्रों की मानें, तो ग्रामीणों के आवेदन पर तत्कालीन डीएम ने जिला लेखा पदाधिकारी से सीडीपीओ कार्यालय की जांच करायी. लेखा पदाधिकारी ने अपने पत्रांक 1322 दिनांक 12 नवंबर, 2012 तथा पत्रांक 1335 दिनांक 27 नवंबर, 2012 को प्रतिवेदित किये की वर्ष 2012-13 की पोषाहार पंजी में 3103300 तथा जुलाई, 2012 एवं 30 अगस्त, 2012 की अविश्रव पंजी में 462 से 464 तक इंट्री नहीं है. इसमें 86076 रुपये का वाउचर गायब है.
इसे देखतेे हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गयी थी. लेखा पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट को वर्षों तक दबा कर रखा गया था. अब जब मामला सामने आया, तो विभाग ने अपर समाहर्ता से जांच करायी. जांच मेंं आरोप को सत्य पाया गया है. उधर, प्रधान सहायक अरुण कुमार ठाकुर सेवानिवृत्त हो चुके हंै.