* शहर की सफाई के लिए निजी संस्था का होगा चयन
।। अवधेश कुमार राजन ।।
गोपालगंज : चौंकिये मत! यह जान कर आप को सुखद अनुभूति होगी. कभी आप सपने में भी नहीं सोचे होंगे, वह कार्य अब डीएम कृष्ण मोहन की पहल पर शुरू होने वाला है. वह दिन दूर नहीं जब आपके दरवाजे पर नगर पर्षद के कर्मी पहुंचेंगे और आप से पूछेंगे कि घर का कचरा कहां है, यानी नगर पर्षद स्वच्छ गोपालगंज, स्वस्थ्य गोपालगंज की परिकल्पना को लेकर शहर में डोर–टू–डोर कचरा उठाने का निर्णय लिया है.
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर पर्षद की अध्यक्ष रुक्मिणी देवी तथा उपमुख्य पार्षद संजू देवी कार्यभार संभालते ही प्रयास शुरू किया था. नगर पर्षद के आंतरिक कलह के कारण इसे मूर्तरूप नहीं दिया जा सका था. इस कारण शहर में जहां–तहां कचरा बिखरा मिलता था.
शहर में सफाई कर्मियों की कमी के कारण कचरा का उठाव नहीं हो पाता था. इस कारण बजबजाती कचरा से निकल रहे बदबू असहनीय हो जाती थी. संक्रमित रोग फैलने की संभावना प्रबल हो जाती थी. ऐसे में शहर के प्रमुख डॉ बीपी सिंह के नेतृत्व में शनिवार को डॉक्टरों ने विरोध मार्च किया. डीएम कृष्ण मोहन ने इसे गंभीरता से लेते हुए नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार पवन से घंटों मंथन के बाद शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का आदेश दिया है.
इससे शहर की सफाई की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंपे जाने का रास्ता साफ हो गया है. इससे अब सितंबर से शहर चकाचक हो सकेगा. निजी संस्थाओं के लिए नगर पर्षद ने बजाप्ता विज्ञापन भी प्रकाशित किया है.
डीएम कृष्ण मोहन ने बताया कि शहर को क्लीन करने के लिए दरवाजे–दरवाजे पर नगर पालिका की सफाई टीम पहुंचेगी और एक–एक घर के कचरे को उठा कर लायेगी. शहर में कही भी अब कचरा दिखायी देने पर कार्यदायी संस्था पर सीधे कार्रवाई की जायेगी. अब तक देश के बड़े महानगरों में ही इस पैटर्न पर सफाई की जा रही है.
* नगर पर्षद ने निजी संस्था के लिए निकाला टेंडर
* सितंबर से शहर को स्वच्छ बनाने का संकल्प
* नगर पर्षद के अधिकारियों के साथ डीएम ने की बैठक