गोपालगंज : फर्जीवड़ा कर शिक्षक बने तीन प्रखंडों में तैनात 27 प्रखंड शिक्षकों के नियोजन को रद्द करने का आदेश विभाग ने दिया है. जांच के दौरान इनके टीइटी प्रमाणपत्र संदिग्ध पाये गये हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार ने इस संबंध में पंचायत नियोजन इकाइयों को निर्देश जारी किया है.
बरौली प्रखंड के महोदीपुर पिकड़या, हसनपुर, बघेजी, सरफरा, बतरदेह तथा रामपुर, हथुआ प्रखंड के मटिहानी नैन, बैकुंठपुर प्रखंड के उसरी, बांसघाट मंसुरिया तथा परसौनी खास नियोजन इकाई में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद विभाग ने कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है. बता दें कि वर्ष 2012-14 के बीच पंचायत नियोजन इकाइयों के माध्यम से शिक्षकों का नियोजन किया गया था. जांच के दौरान यह मामला सामने आया कि अनुमोदित की गयी सूची से बाहर के लोगों को भी शिक्षक के पद पर नियोजित कर दिया गया.
जांच के क्रम में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अनुमोदित सूची से बाहर के जिन आवेदकों का नियोजन किया गया, उनके टीइटी उत्तीर्ण होने के प्रमाणपत्र भी सरकार की सूची से मेल नहीं खाते हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने गड़बड़ी मिलने के बाद बरौली प्रखंड के 18, बैकुंठपुर के सात तथा हथुआ के दो शिक्षकों का नियोजन रद्द करने का आदेश संबंधित पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव को दिया है.