।। सत्येंद्र पांडेय ।।
गोपालगंज : अपहर्ताओं ने रात के दस बजे गंडक नदी को पार कराते हुए दियारे में अपहृत व्यवसायी को ले जाने में कामयाब हो गये. पुलिस ने नदी पार कराने वाले नाविक को जैसे ही हिरासत में लिया कि मामला खुल कर सामने आ गया. पुलिस के समक्ष व्यवसायी की तसवीर देखते ही नाविक ने पहचान लिया.
नाविक के पहचानने के बाद उसके बताये के अनुरूप व्यवसायी के कमर से खून गिर रहा था. इसकी खबर पर पुलिस ने दियारे के डॉक्टरों को खंगालना शुरू किया, जिसमें व्यवसायी की मरहम पट्टी करनेवाले डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में लिया. दियारा से ही पुलिस ने इस कांड के संदिग्ध शंभु यादव को गिरफ्तार किया. उससे पूछताछ की जा रही है.
हालांकि इस कांड में चंदन सोनी के अलावे पंकज सिंह तथा ब्रजेश सिंह को भी हिरासत में लिये जाने की सूचना है. पुलिस इनके जरिये अपहृत को मुक्त कराने में जुटी हुई है. पुलिस दबाव को देखते हुए अपहर्ता दुबके हुए हैं. पुलिस कप्तान डॉ विनोद कुमार चौधरी अपने स्तर से इस कांड की न सिर्फ मॉनीटरिंग कर रहे हैं, बल्कि विवेचना भी कर रहे हैं.
पुलिस भू–माफियाओं से जुड़े बिंदुओं को भी खंगाल रही है. पुलिस कप्तान का मानना है कि जब तक बरामदगी नहीं होती तब तक पुलिस कार्रवाई जारी रखेगी.पुलिस अपहर्ताओं के काफी करीब पहुंच चुकी है. अपहरण में शामिल एक–एक अपहर्ताओं की पहचान कर ली गयी है.
* ईश्वर पर है परिजनों को आस्था
गोपालगंज : ईश्वर पर ही अब परिजनों को आस्था है. पूरा परिवार घर में विशेष अनुष्ठान करने में जुट गया है. खासकर पत्नी प्रियंका मंगलवार की सुबह से ही बजरंगबली का अनुष्ठान कर रही है.
इस बीच उसकी मां और परिजन भी ईश्वर पर आस्था रखते हुए अब उन पर ही भरोसा रखे हुए हैं. अपहृत की मां सुधा टिबड़ेवाल का भी भगवान पर अटूट आस्था है. जबकि बरामदगी में विलंब होने से लोगों में पुलिस के प्रति भी विश्वास उठने लगा है. सुबह से ही व्यवसायी के घर भीड़ लगी रही . घटना की जानकारी लेने के लिए लोग बेचैन दिखे .इस घटना ने जहां परिजनों को तोड़ दिया है, वही आम व्यवसायियों में भी दहशत और खौफ का माहौल है.
* पत्नी की बिगड़ी हालत, आरंभ हुआ इलाज
गोपालगंज : पुलिस बेशक अपहृत व्यवसायी की बरामदगी को लेकर कोई कोर कसर नही छोड़ रही है. लेकिन इधर बरामदगी में विलंब होते देख पत्नी प्रियंका की हालत बिगड़ने लगी है. मंगलवार की सुबह से अन्न और पानी त्याग दिया है. इसके कारण बुधवार की शाम उसकी हालत बिगड़ गयी.
डॉक्टरों को बुलाया गया. आनन फानन मे इलाज शुरू किया गया. प्रिंयका की हालत बिगड़ते देख परिजन और परेशान हो उठे हैं. परिजन पुलिस की कार्रवाई की तरफ टकटकी लगाये हुए हैं. अब तक परिजनों को भी किसी ने फोन नहीं किया है. आसपास के रहने वाले व्यवसायी के फोन की गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. किसी के भी फोन पर कोई सूचना मिले.
* अपहर्ताओं ने परिजनों से नहीं किया संपर्क
अपहर्ताओं ने अब तक परिजनों से फिरौती के लिए कोई संपर्क नहीं किया है. इसके कारण अब चिंता बढ़ने लगी है. पैसे के लिए अपहरण अगर किया गया रहता तो अपहर्ता किसी माध्यम से पैसे की डिमांड किये रहते. लेकिन सूत्रों की माने तो पुलिस के काफी सक्रिय होने के कारण अपहर्ताओं को मौका नहीं मिल पाया है,जिससे वे परिजनों तक पहुंच सके.
अपहरण कांड ने व्यवसायियों को झकझोर कर रख दिया है. इस घटना ने पूरे व्यवसायी वर्ग को हिला दिया है. अपहरण की इस घटना से आम से लेकर खास तक सभी लोग दहशत में हैं. शाम होते ही शहर की दुकानें बंद हो जा रही हैं. व्यवसायी समय पर अपने दुकानों को बंद कर घरों में दुबक जा रहे हैं. पुलिस के प्रति धीरे धीरे आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है. प्रभात खबर ने शहर के प्रमुख व्यवसायियों से उनकी राय जाना है.