गोपालगंज : अब लाठी में तेल पिलाना छोड़ कर आज से ही कलम में स्याही डालना शुरू करें. आपके पढ़ने के लिए पोशाक,साइकिल, स्कॉलरशिप, किताब सब कुछ दी जा रही है, तो आप क्यों नहीं पढ़ेंगे. प्रत्येक ग्राम पंचायतों में प्लस टू स्तर का स्कूल खोलने का निर्णय सरकार ने लिया है.
4500 पंचायतों में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोलना है. इसी वर्ष 1000 विद्यालय खोले जायेंगे, जिसमें अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जायेगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौलाना मजहरुल हक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुरकाहा में आयोजित बच्चों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि 2007 में अल्पसंख्यक बच्चों के बीच प्रथम श्रेणी से मैट्रिक पास करनेवाले को 10 हजार रुपये की वजीफा देने का योजना का शुभारंभ हुआ.
स्कूलों पर ध्यान दिया तब 12.5 फीसदी बच्चे स्कूल से बाहर थे. आज 2.5 फीसदी बच्चे स्कूल से बाहर हैं. मेरा उद्देश्य है कि जो बच्चे स्कूल में जाएं वे प्लस टू तक की पढ़ाई पूरी कर ही स्कूल छोड़े. पूरे बिहार में एक ऐसा माहौल बना, जिससे लड़का और लड़कियों की संख्या बराबर हुई, उसमें भी लड़कियां बाजी मार रही है.
इस कार्यक्रम को मुख्य रूप से परिवहन एवं सूचना जन-संपर्क विभाग के मंत्री वृशिण पटेल,अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री मो शाहिद अली खां, फरहद अब्बास खां ने संबोधित किया. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव वरीय अधिवक्ता अली इमाम साहब ने अपने संबोधन के साथ किया. कार्यक्रम का संचालन गृह एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सचिव अमीर सुब्हानी ने किया.
इस मौके पर सांसद पूर्णमासी राम, विधायक रामसेवक सिंह, विधान पार्षद सुनील सिंह, मुख्य सचिव, डीजीपी अभयानंद, शिक्षा विभाग के सचिव अमरजीत सिंह आदि मौजूद थे.
इनसान बनने की सीख दे गये सीएम
एमएम उर्दू उच्च विद्यालय का कैंपस छात्रों से खचाखच भरा हुआ था. बच्चों की जोश को देख सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने उन्हें बेहतर इनसान बनने की तालीम दे गये. अपने 15 मिनट के संबोधन में कहा कि आज आपकों दस हजार रुपये का पुरस्कार सिर्फ इसलिए मिल रहा कि आपने मैट्रिक की परीक्षा में प्रथम स्थान पाया है. आगे भी आप बेहतर पढ़े की आप प्रथम स्थान ही प्राप्त करें. आप जब पढ़ कर बेहतर इनसान बनेंगे तो सूबा तरक्की करेगा.
सीएम ने दिया तोहफा
एमएम उर्दू उच्च विद्यालय की समस्याओं को मुख्यमंत्री के मंच पर इस्तेयाउल हक ने स्कूल की तरफ से मांग की कि विद्यालय में लगातार परीक्षाएं होती रहती है. इसलिए इस विद्यालय में एक परीक्षा भवन तथा शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षकों ने डिमांड की थी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विद्यालय को तोहफा देते हुए कहा कि आप विद्यालय कमेटी शिक्षक की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव भेजें, प्रस्ताव जायेगा तो उसकी मंजूरी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार यहां अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से छात्रवास का निर्माण हुआ है, उसी तरह अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से यहां एक बड़ा परीक्षा हॉल बनाया जायेगा.
योजना का हुआ शुभारंभ
एमएम उर्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की धरती ने सूबे के लिए इतिहास रच दिया. बिहार में राज्य सरकार के द्वारा बिहार राज्य अल्पसंख्यक वित्तीय निगम के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदाय के बेरोजगारों के लिए पांच प्रतिशत वार्षिक साधारण व्याज की दर पर ऋण की राशि मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक ऋण रोजगार योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया.
पहले दिन इस जिले के 60 बेरोजगारों को ऋण के लिए चेक दिया गया, जिसमें सबसे पहला चेक मानिकपुर की नसरील सुल्ताना को एक लाख रुपये पैथोलॉजी लैब तथा आस्मीन सुल्ताना को जेनरल स्टोर के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथों से दी. इसके अलावे मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक शिक्षा ऋण योजना के तहत 632 छात्र- छात्राओं से आवेदन प्राप्त की गयी थी, जिसमें 537 छात्रों का चयन कर उन्हें यह राशि उपलब्ध करायी गयी.
योजना का शुभारंभ
अल्पसंख्यक समुदाय की पीड़ित एवं पति से प्रताड़ना कर परित्याग कर दी गयी महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की राशि देकर उन्हें नया रोजगार पैदा करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि डीएम को कहा गया है कि इनको स्वंय सहायता समूहों से जोड़ कर इन्हें रोजगार के लिए व्यवस्था किया जाये, ताकि इन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
चेक का हुआ वितरण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना के तहत विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करनेवाली छात्र रयिया सुल्तान, रानी खातून, जावेद अख्तर, इख्तेखार अंसारी आदी को अपने हाथों से चेक देकर उनकी हौसला अफजाई की.