11 बजे तक आने लगेगा रुझान, चार बजे फाइनल परिणाम

गोपालगंज : लोकसभा चुनाव की मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी. दिन के 11 बजे से लोगों को मतगणना के रुझान मिलने शुरू हो जायेंगे, जबकि फाइनल परिणाम के लिए इंतजार करना होगा. प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा हर हाल में चार बजे तक मतगणना का परिणाम घोषित कर देने की तैयारी की गयी है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 23, 2019 7:13 AM

गोपालगंज : लोकसभा चुनाव की मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी. दिन के 11 बजे से लोगों को मतगणना के रुझान मिलने शुरू हो जायेंगे, जबकि फाइनल परिणाम के लिए इंतजार करना होगा. प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा हर हाल में चार बजे तक मतगणना का परिणाम घोषित कर देने की तैयारी की गयी है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर के निर्देश पर मतगणना की तैयारी की गयी है.

जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों के 1906 मतदान केंद्रों पर हुए मतदान के मतों की गणना की जायेगी. मतगणना केंद्र जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान थावे में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना के लिए अलग-अलग मतगणना कक्ष बनाया गया है. सभी विधानसभा के अलग-अलग मतगणना कक्षों में 14-14 टेबुल लगाये गये हैं.
वहां पर मतगणना सहायक मतों की गणना करेंगे. वहीं, मतगणना पर्यवेक्षक मतगणना की गतिविधियों का पर्यवेक्षण करेंगे. मतों की गणना के बाद टेबुलवार रिपोर्ट एआरओ के टेबुल पर पहुंचेगा. वहां से विधानसभा के मतगणना से संबंधित रिपोर्ट को सामेकित करते हुए आरओ टेबुल पर भेजा जायेगा. इसके साथ ही डाक मतपत्रों की गिनती के लिए अलग से टेबुल लगाये गये हैं. वहां पर डाक मतपत्रों की गिनती होगी.
मतगणना के दिन प्राप्त डाक मतपत्रों को सुबह छह बजे सदर सीओ विजय कुमार सिंह को कोषागार कार्यालय के वज्रगृह से प्राप्त करेंगे और सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी प्रमोद कुमार को मतगणना स्थल पर मुहैया करायेंगे. डाक मतपत्र कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस और प्रशासन के वरीय अधिकारियों की निगरानी में मतगणना स्थल पर भेजा जायेगा.
जहां डाक मतपत्रों की गिनती मतगणना के दौरान करायी जायेगी. चुनाव के दौरान पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करने वाले वैसे मतदाताओं को मतपत्र अस्वीकृत कर दिये जायेंगे, जिस पर कोई मत अंकित नहीं हो.
वहीं एक अधिक अभ्यर्थियों के पक्ष में मत दिया गया है तो वैसे मतपत्र भी अस्वीकृत कर दिये जायेंगे. कटे-फटे और मत पत्र की पहचान स्थापित नहीं हो पाने की स्थिति के अलावा भेजे गये लिफाफे के साथ वापस नहीं होने वाले मतपत्र को भी अस्वीकृत किया जायेगा. अन्य लिफाफे में प्राप्त मतपत्र भी स्वीकार नहीं किया जायेगा.
यदि लगाया गया चिह्न स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किस प्रत्याशी के पक्ष में मत किया गया है अथवा मतपत्र पर नाम चिह्न अथवा पहचान योग्य सूचना अंकित किया गया है. वैसे मतपत्र को भी गणना के दौरान अस्वीकृत कर दिया जायेगा.
मतगणना के दौरान वज्रगृह से मतगणना कक्ष में इवीएम पहुंचाने, मतों की गणना, पोस्टल बैलेट की गणना और एआरओ टेबुल पर रिपोर्ट तैयार करने से लेकर मतगणना की संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी जायेगी. मतगणना होने के बाद पुन: इवीएम सील करने तक की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी जायेगी. इसको लेकर प्रशासन के द्वारा 44 वीडियोग्राफर तैनात किये गये है.

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