पिंडदानियों को इस बार मिलेगा फल्गु नदी का शुद्ध पानी, सीताकुंड तक जाने में अब नहीं झेलनी पड़ेगी दिक्कत

अगले नौ सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू हो जायेगा. इसको लेकर प्रशासनिक कसरतें जोरों पर हैं. गुरुवार को दोपहर बाद डीएम डॉ त्यागराजन एमएस, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी पितृपक्ष मेला क्षेत्र का दौरा कर कामकाज के वर्तमान स्थिति का जायजा लिया. साथ ही कई निर्देश भी दिये.

By Prabhat Khabar | August 19, 2022 1:19 PM

गया. अगले नौ सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू हो जायेगा. इसको लेकर प्रशासनिक कसरतें जोरों पर हैं. गुरुवार को दोपहर बाद डीएम डॉ त्यागराजन एमएस, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी पितृपक्ष मेला क्षेत्र का दौरा कर कामकाज के वर्तमान स्थिति का जायजा लिया. साथ ही कई निर्देश भी दिये. डीएम, नगर आयुक्त समेत अन्य अधिकारी देवघाट, सीताकुंड, संगत घाट के समीप बन रहे रबर डैम का मुआयना किया.

शुद्ध पानी से पिंडदानी तर्पण कर सकेंगे

इस दौरान उन्होंने बताया कि वर्षों से फल्गु नदी में बह रहा मनसरवा नाले का पानी इस बार पिंडदानियों को परेशान नहीं करेगा. मनसरवा नाले के पानी को नाला बनाकर उसमें बहाया जा रहा था जिसपर ढक्कन के साथ गार्ड वाल भी बनाये गये हैं. तीर्थयात्रियों के लिए रबर डैम तक करीब एक मीटर पानी फल्गु नदी में मेला के दौरान रहेगा. जिससे कि फल्गु नदी के शुद्ध पानी से पिंडदानी तर्पण कर सकेंगे. अगर इस बीच बारिश हुई तो पानी और भी रहेगा.

तीर्थयात्री भीड़भाड़ से बचेंगे

पितृपक्ष मेला इस बार बेहतर ढंग से लगेगा. इसके लिए तीर्थयात्रियों को मूलभूत सुविधा दिलाने के उद्देश्य से घाटों पर शौचालय, स्नान करने के लिए झरना, चापाकल, चेजिंग रूम आदि सुविधाएं उपलब्ध होंगी. पहले सीताकुंड तक जाने के लिए बाइपास के रास्ते घूमकर जाना पड़ता था. अब रबर डैम के ऊपर से तीन फुट का फुट ओवरब्रिज बनाया गया है. जो सीधा सीताकुंड के समीप तक ले जायेगा. इससे तीर्थयात्री न केवल भीड़भाड़ से बचेंगे बल्कि दूरी कम होने की वजह से समय की भी बचत होगी. नदी के रास्ते अब नहीं जाना होगा.

ऑनलाइन पिंडदान की भी सुविधा

उन्होंने बताया कि ऐसी आशंका है कि पिछले दो वर्षों से लॉकडाउन होने की वजह से इस बार भीड़ अधिक होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या ऑनलाइन पिंडदान की भी सुविधा है. पर डीएम ने कहा फिलहाल ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है. पर्यटन विभाग की ओर से बोधगया, गया, पटना दर्शन के लिए टूर प्लान है. डीएम ने कहा कि सीएम के निर्देश पर सारे काम किये जा रहे हैं. ताकि देश-विदेश से आनेवाले पिंडदानियों को कोई कष्ट न हो, वह यहां से अच्छा संदेश लेकर जायें.

सूचना सह सहायता केंद्र भी स्थापित होगा

उन्होंने बताया कि पिंडदान एप भी बनाया जा रहा, जिस पर मेला से संबंधित सभी तरह की जानकारियां उपलब्ध रहेंगी. परिवहन दर भी ऑटो, टैक्सी, सिटी बस आदि के लिए निर्धारित किया जा रहा है. ताकि यात्री ठगी का शिकार न हो सकें. स्टेशन सहित अन्य जगहों पर जिला प्रशासन का सूचना सह सहायता केंद्र भी स्थापित होगा.

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