गया में देर रात माओवादी हमला, सामुदायिक भवन को उड़ाया

इसी बिल्डिंग में थाना खोलने की तैयारी चल रही थी.

By Prabhat Khabar | November 16, 2020 6:27 AM

डुमरिया (गया) : गया जिले के नक्सलग्रस्त डुमरिया थाना क्षेत्र में स्थित पूर्व विधान पार्षद अनुज कुमार सिंह के पैतृक गांव बोधिबिगहा में रविवार की रात करीब 11 बजे भाकपा-माओवादी संगठन के पीएलजीए दस्ते ने सामुदायिक भवन में डायनामाइट लगा कर उड़ा दिया. विस्फोट इतनी जोरदार थी कि बोधिबिगहा सहित पोखरपुर, सुज्जी, भोकहा, टेकरा व कुसडीह सहित आसपास के गांवों के लोग सकते में पड़ गये. इसी बिल्डिंग में थाना खोलने की तैयारी चल रही थी.

इधर, विस्फोट करने के दौरान माओवादियों की टीम ने ताबड़तोड़ कई राउंड हवाई फायरिंग की और माओवादी पर्चा भी गिराया. पर्चा में माओवादियों ने लिखा है कि पूर्व एमएलसी अनुज कुमार सिंह पुलिस की दलाली करना बंद कर दें. भाकपा-माओवादियों के बकाया दो करोड़ रुपये दे.

अनुज कुमार सिंह से आम जनता सावधान हो जाये. जाने-अनजाने संबंध रखनेवाले लोग उससे अलग हो जाये, वह जनता का रक्षक नहीं, भक्षक है. इस घटना की पुष्टि इमामगंज कैंप के डीएसपी अजीत कुमार ने की है. देर रात डीएसपी ने बताया कि भाकपा-माओवादियों की टीम को घेरने को लेकर तैयारी की जा रही है.

पूर्व सीएम ने डीजीपी से बिल्डिंग उड़ाने की जतायी थी आशंका

हाल के दिनों में हुए विधानसभा चुनाव में इमामगंज क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी सह पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की जीत होने के बाद यह कयास लगाया जाने लगा था कि अब भाकपा-माओवादी की टीम सक्रिय होगी और अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर कुछ न कुछ कार्रवाई जरूर करेंगी.

इस चुनाव में अनुज सिंह अपनी पत्नी सहित परिवार के सभी सदस्यों के साथ बोधिबिगहा में कैंप किया था और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी की जीत सुनिश्चित कराने को लेकर एक बूथ से दूसरे बूथ घूमते रहे थे. इधर, विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पूर्व सीएम श्री मांझी बोधिबिगहा गांव गये थे और अनुज कुमार सिंह द्वारा 20 लाख रुपये के फंड से बनाये गये सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया था.

उसी वक्त पूर्व सीएम ने डीजीपी से बात की थी और उन्हें अवगत कराया था कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते बोधिबिगहा में थाना खोलने की कैबिनेट स्वीकृति दी थी. लेकिन, भवन नहीं रहने के कारण थाना नहीं खुला. अब बोधिबिगहा में कई कमरों वाला सामुदायिक भवन बन गया है. उसमें जल्दी थाना खोल दें, अन्यथा उसे माअोवादी उड़ा देंगे. इस पर डीजीपी ने बोधिबिगहा में थाना खोलने को लेकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था.

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पूर्व विधान पार्षद के ठिकाने पर तीसरी बार हुआ माओवादी हमला

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब भाकपा-माअोवादी ने अनुज कुमार सिंह को निशाने पर लिया है. कई वर्षों से वह माओवादियों की हीट-लिस्ट में हैं. 2013 में भाकपा-माओवादियों की टीम ने अनुज सिंह के घर पर हमला कर वाहन में आग लगा दिया था. सोलर प्लेट सहित कई सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया था.

साथ ही उस वक्त अनुज सिंह के करीबी बताये जानेवाले जनार्दन राय को माओवादियों ने जबरदस्त पिटाई की थी. इससे वह कई महीनों तक अस्पताल में भर्ती रहे थे. इसके बाद मार्च 2019 में माओवादियों ने उस रात अनुज सिंह के घर में हमला किया, जब अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गया शहर में स्थित गांधी मैदान में आनेवाले थे. इस दौरान माओवादियों ने अनुज सिंह के पैतृक घर के चारों तरफ डायनामाइट लगा कर उड़ा दिया था.

Posted by Ashish Jha

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