गया: मांगों को लेकर अखिल भारतीय ग्रामीण डाक संघ के बैनर तले मंगलवार से डाक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये और प्रधान डाकघर के सामने धरना दिया. इससे विद्यार्थियों को एडमिट कार्ड बांटने, रजिस्ट्री, मनी ऑर्डर, मनरेगा, वीपी, पार्सल समेत अन्य सेवाएं पूरी ठप हो गयीं.
इस संबंध में संघ के प्रमंडलीय सचिव उमेश सिंह ने बताया कि अपनी मांगों से कई बार वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन वे कुछ हाल नहीं निकाल सके. सिर्फ आश्वासन देते थे. इस कारण ग्रामीण डाककर्मियों के बीच भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस कारण संघ ने निर्णय लिया है कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती है तब तक हमलोग बेमियादी हड़ताल पर रहेंगे. दूसरी ओर, इस हड़ताल से विद्यार्थियों व जनता में आक्रोश देखा जा रहा हैं. इस मौके पर रामलखन चौधरी, बलवंत कुमार, शकील अहमद, अजीत कुमार प्रसाद, बसंती देवी, बबिता देवी, आशा देवी समेत कई डाककर्मी मौजूद थे.
संघ की प्रमुख मांगें
ग्रामीण डाक सेवकों को केंद्रीय कर्मचारियों का दर्जा देकर सभी सुविधाएं प्रदान की जाये
सातवें वेतन आयोग में ग्रामीण डाक सेवकों को शामिल किया जाये
जीडीएम के मृतक के परिवारों को 100 प्रतिशत अनुकंपा पर नौकरी दी जाये
25 प्रतिशत पोस्टमैन/एमटीएम के पदों को वरीयता के आधार पर ग्रामीण डाक सेवकों से भरा जाये, इन पदों पर सीधी भरती पर रोक लगायी जाये
ग्रामीण डाक सेवकों के 50 प्रतिशत महंगाई भत्ते को वेतन में शामिल किया जाये
पार्ट टाइम कंटिजेंट कैजुअल कर्मचारियों का स्थायीकरण व एक जनवरी, 2006 से डीए के साथ इनके वेतन का पूर्ण निर्धारण किया जाये.