गया/बोधगया: बोधगया थाना क्षेत्र के दोमुहान-चेरकी रोड स्थित भलुआ इलाके में रहनेवाली शिक्षिका शारदा देवी के घर में घुस कर अपराधियों ने उनकी दो बेटियों 26 वर्षीया शिवानी व 23 वर्षीया साक्षी की नृशंस हत्या कर दी.
शुक्रवार की देर रात हुए इस हमले में शिक्षिका व उनकी विधवा ननद कुंती देवी गंभीर रूप से घायल हो गयीं. इसके बाद लूटपाट भी की. करीब आधा घंटा उत्पात मचाने के बाद अपराधी फरार हो गये. शारदा देवी के पति राम प्रकाश पांडेय एलआइसी एजेंट हैं. शनिवार की सुबह आसपास के इलाके में खबर फैल गयी कि श्री पांडेय के घर में उनकी पत्नी व विधवा बहन को बंधक बना कर महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के कार्यालय में सहायक लेखापाल के पद पर कार्यरत साक्षी व प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका उसकी बड़ी बहन शिवानी के साथ अपराधियों ने दुष्कर्म किया और दोनों की नृशंस हत्या कर दी है.
इलाके से काफी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गये. मौके पर पहुंचे एसएसपी निशांत कुमार तिवारी व सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने मामले को तूल पकड़ता देख अपराधियों की शिकार हुईं दोनों बहनों के शवों को तुरंत मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया और वहां पोस्टमार्टम कक्ष में रखवा कर ताला बंद करा दिया, पुलिस के पहरे में. मीडियाकर्मियों को इसका कवरेज करने से मना कर दिया गया. इधर, अपराधियों की चपेट में आयीं मां और विधवा फुआ को मगध मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भरती कराया. लेकिन, इलाज के बावजूद उनकी स्थिति सुधरने के बजाय बिगड़ती चली गयी. डॉक्टरों ने करीब तीन बजे दोनों को पीएमसीएच रेफर कर दिया. उन्हें पटना ले जाया गया है.
पिता राम प्रकाश पांडेय के अनुसार, घटना के वक्त वह घर में नहीं थे. वह बड़ी बेटी शिवानी की शादी पटना के कुम्हरार गुमटी के पास रहनेवाले रामतृप्ति महाराज के बेटे आलोक कुमार के साथ तय की थी. कुछ ही दिनों के बाद उनकी शादी होने वाली थी. शादी के सिलसिले में वह शुक्रवार को पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज के पास स्थित भूतनाथ रोड में रहनेवाले अपने बहनोई रामबली राय के पास गये हुए थे. उन्होंने बताया कि घर में उन्हें मौजूद नहीं देख कर पुलिसवालों ने मीडियाकर्मियों को जानकारी दे दी कि घटना के बाद परिजन घर से फरार हैं. पुलिस पदाधिकारियों ने मीडियाकर्मियों को गुमराह किया. शुक्रवार की रात उनके मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज होने के कारण वह बंद हो गया था. इस कारण शनिवार को किसी से संपर्क नहीं हो सका और पुलिस वालों ने इसका गलत अर्थ लगा लिया.
पोस्टमार्टम कक्ष में परिजनों का हंगामा
इस मामले में पुलिस के वरीय पदाधिकारियों द्वारा बरती जा रही कोताही के विरोध में परिजनों ने पोस्टमार्टम कक्ष के पास जम कर हंगामा किया और नारेबाजी की. परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए महिला डॉक्टर से दोनों बहनों के शवों का पोस्टमार्टम कराने की मांग की. अपनी मांगों को अनसुना होता देख परिजन पोस्टमार्टम कक्ष में घुस गये और वहां पोस्टमार्टम कर रहे डॉक्टरों के साथ तू-तू, मैं-मैं की. परिजनों का उग्र रूप देखते हुए पुलिस के कई वरीय अधिकारी मूकदर्शक बने रहे. इसको लेकर वहां काफी देर तक मजमा लगा रहा. वहां पहुंचे राजद जिलाध्यक्ष प्रो राधेश्याम प्रसाद, राजद युवा नेता विश्वनाथ कुमार, भाजपा नेता राजीव कुमार कन्हैया सहित अन्य लोगों ने समझाया, तो लोग शांत हुए. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये गये.
सामूहिक दुष्कर्म का लगाया आरोप
पटना की रहनेवाली भाजपा युवा मोरचा की प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य अर्चना राय ने बताया कि राम प्रकाश पांडेय उनके पति के मामा हैं. रिश्ते में दोनों बहनें उनकी ममेरी ननद थीं. हमलावरों ने मां और विधवा फुआ को बंधक बना कर दोनों बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और धारदार हथियार व वजनदार चीज से हमला कर दोनों की हत्या कर दी. शिवानी की शादी के लिए उनके मां-पिता द्वारा काफी संख्या में सोने-चांदी के जेवरात व अन्य कीमती सामान खरीदे गये थे. हमलावरों ने घर में रखे लाखों रुपये के सामान भी लूट लिये.