गया : दिल्ली में गैंग रेप की शिकार दामिनी की पहली पुण्यतिथि पर युवा प्रयास संस्था ने धर्मसभा भवन में रविवार को मोटिवेशनल टॉक (प्रेरक संवाद) का आयोजन किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व प्रेरक सत्यपाल चंद्रा ने मनुष्य की मनोदशा एवं क्षमता पर विस्तार से चर्चा की.
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति में प्रतिभा छिपी होती है. उसकी पहचान कर आसानी से लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है. असफलता ही सफलता की सीढ़ी है. असफल होने पर निराश होने के बजाय अपनी क्षमता को पहचानें. फिर मूल्यांकन करें.
अपनी कमजोरी को पहचानें : सत्यपाल चंद्रा ने टाइम मैनेजमेंट पर चर्चा करते हुए कहा कि एक-एक सेकेंड को व्यर्थ में न गंवायें. जो समय बीत जाता है, कभी भी नहीं लौटता. उन्होंने कहा कि अपनी कमजोरी को पहचानें और उससे बचने के बजाय सामना करें. उसे दूर करें, इसी में सफलता सुनिश्चित है.
उन्होंने कहा- ‘ मेरी अंगरेजी कमजोर थी. शुरू से सरकारी शिक्षण संस्थानों से हिंदी में शिक्षा ली थी. अंगरेजी नहीं जानने के कारण सार्वजनिक रूप से एक बार अपमानित होना पड़ा. इसके बाद मैंने अंगरेजी सीखी, अंगरेजी लेखकों की किताबें पढ़ीं और इसके बाद एक-एक कर एक दर्जन से अधिक उपन्यास अंगरेजी में लिख डाली.’
ईमानदारी से तय करें लक्ष्य : आइआइटीयन सुरेश राम व चंदन कुमार चंदन ने छात्रों को लक्ष्य तय कर ईमानदारी से तैयारी करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति के बगैर कोई भी लक्ष्य प्राप्त करना संभव नहीं है. कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र-छात्रओं के अलावा बड़ी संख्या में गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.