गया: औरंगाबाद और गया के चर्चित ट्रांसपोर्टर (पीएसटी बस कंपनी) 32 वर्षीय जयप्रकाश सिंह की रविवार की देर रात गया जिले के चेरकी थाने के बरमा गांव के समीप हत्या कर दी गयी. अपराधियों ने जयप्रकाश को अगवा कर उनके सीने व कनपटी में गोलियां मारीं. औरंगाबाद के गोह थाना अंतर्गत डाढ़ा गांव निवासी जयप्रकाश औरंगाबाद के जिला पार्षद ओमप्रकाश सिंह के भाई थे. वह अपने परिवार के साथ गया शहर की एपी कॉलोनी में रहते थे.
पुलिस ने की शव की शिनाख्त : बरमा गांव के पास शव देखने के बाद गांववालों ने चेरकी थाने को सूचना दी. घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी सतीश कुमार, चेरकी थानाध्यक्ष सुशील कुमार राहुल सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने शव की पहचान कर परिजनों को सूचना दी. घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों एवं लोगों ने हत्या के विरोध में सड़क जाम करना चाहा, लेकिन डीएसपी ने हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया और व मान गये. इसके बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज ले गयी. यहां फिर से लोग सड़क जाम करने की बात करने लगे. इस दौरान परिजनों ने डीएसपी को चार अपराधियों की पहचान करायी. पुलिस टीम चारों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
सब्जी लेने निकले थे जयप्रकाश : डीएसपी सतीश कुमार ने बताया कि रविवार की शाम करीब छह बजे एपी कॉलोनी स्थित अपने घर से मोटरसाइकिल पर जयप्रकाश सिंह सब्जी लेने निकले थे. इसके बाद वह घर नहीं लौटे. रात भर उनके परिजन परेशान रहे. काफी खोजबीन की. सोमवार की सुबह पुलिस ने परिजनों को जयप्रकाश की हत्या होने की सूचना दी. उन्होंने बताया कि हत्याकांड में चार लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गयी है.
बसों का परिचालन रहा ठप
ट्रांसपोर्टर की हत्या की खबर सोमवार की सुबह गया व औरंगाबाद जिलों में आग की तरह फैल गयी. घटना के विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने गोह बाजार से गया, दाउदनगर, उपहारा व औरंगाबाद आदि स्थानों के लिए खुलने वाली बसों का परिचालन ठप कर दिया. इधर, औरंगाबाद जिले के सैकड़ों लोग गया स्थित जयप्रकाश सिंह के आवास पर पहुंचे.