गया: मजदूर छट्ठू यादव की मौत बुधवार को होने के बाद गुस्साये मजदूरों ने गुरुवार को पार्सल का काम ठप कर दिया. उन्होंने पार्सल कार्यालय के पास शव रख कर हंगामा भी किया.
परिजनों का कहना है कि छट्ठू पार्सल विभाग में ठेकेदार के अंदर काम करता था. जबकि, चीफ पार्सल सुपरवाइजर आरएन सिन्हा ने कहा कि छट्ठू यादव ठेकेदार के अंदर काम नहीं करता है. ठेकेदार के मजदूर की लिस्ट में उसका नाम नहीं है. मृतक के पुत्र जितेंद्र कुमार ने बताया कि वर्ष 2004 से उसके पिता को लेबर श्रम अधिनियम के तहत मानक निर्धारित मजदूरी नहीं मिली है, जिसे लेकर कानपुर लेबर कोर्ट में केस चल रहा है. इस दौरान उनकी हालत काफी बदहाल हो गयी थी.
यहां तक भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी थी. छट्ठू यादव की मौत के हंगामा कर रहे परिजनों व मजदूरों ने रेलवे प्रशासन से मुआवजे की मांग की. सूचना पर पहुंचे आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने मजदूरों को समझा-बुझा कर शांत कराया. इधर, लेबर ठेकेदार किसान सिंह का कहना है कि उनके लेबर लिस्ट में छट्ठ यादव का नाम नहीं है. कोर्ट में केस करने के बाद ही उसे काम से हटा दिया गया था. हंगामा कर रहे लोग गया जंकशन के दौरे पर मुगलसराय मंडल के प्रबंधक (डीआरएम) अनूप कुमार के पास अपनी मांग लेकर पहुंचे. इस बाबत डीआरएम श्री कुमार ने कहा कि वह रेलवे का कर्मचारी नहीं था. ऐसे में लिखित कैसे दिया जा सकता है कि वह यहां नियमित काम कर रहा था.