गया: सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के टिल्हा-काली बाड़ी मुहल्ले के रहने वाले बम-बम चंद्रवंशी ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर आत्मदाह करने की धमकी दी है.
उन्होंने आवेदन में बताया है कि उनकी पत्नी चिंता देवी ने सिलाई सेंटर खोलने के लिए उद्योग विभाग से ऋण स्वीकृत कराया, लेकिन बैंक प्रबंधक द्वारा स्वीकृत लोन का भुगतान करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की गयी.
रिश्वत नहीं देने पर उनकी पत्नी को ऋण का भुगतान नहीं किया गया. इस मामले को लेकर उनकी पत्नी ने आयुक्त व जिलाधिकारी के समक्ष आमरण अनशन किया. इससे उनकी पत्नी कमजोर हो गयी और धरना स्थल पर ही बेहोश हो गयी. आम नागरिकों द्वारा उनकी पत्नी का इलाज कराया गया. इसके बावजूद बैंक से लोन की राशि का भुगतान नहीं किया गया. इस सदमे से उनकी पत्नी की मौत हो गयी. उन्होंने बताया है कि इस मामले में दोषी बैंक प्रबंधक सहित अन्य दोषियों पर अब कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने पर्याप्त मुआवजे की मांग की है.