बोधगया : बोधगया में रविवार की शाम सैकड़ों फुटपाथी दुकानदारों ने मशाल जुलूस निकाला व प्रशासन से रोजगार देने की मांग की. इनका कहना था कि महाबोधि मंदिर के बाहर लाल पत्थर पर दुकान लगा अपनी जीविका चलाते थे. लेकिन, प्रशासन ने हटा दिया. इससे रोजी-रोटी पर आफत आ गयी.
दुकानदारों ने लाल पत्थर समेत अन्य स्थानों से हटाये गये फुटपाथी दुकानदारों को लाइसेंस देने तथा पहले के स्थान पर दुकान लगाने देने की मांग की. बोधगया के फुटपाथी दुकानदारों को बीटीएमसी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा प्रहरियों द्वारा तंग किया जाता है. इस पर रोक लगाने की मांग की है.
बोधगया फुटपाथी एवं फल-सब्जी विक्रेता संघ के नेतृत्व में निकाले गये मशाल जुलूस के दौरान नेशनल हॉकर फेडरेशन, बिहार के राज्य सचिव अमृत प्रसाद ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा फुटपाथियों के लिए बनाये गये कानून को लागू नहीं किया जा रहा है. भाकपा नेता सीताराम शर्मा ने कहा कि फुटपाथियों को अपना हक व रोजी-रोटी के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा.
मशाल जुलूस में याहिया खां, रामजी प्रसाद, बिंदेश्वरी गोस्वामी, राजेंद्र मांझी, रामबली मांझी, नौशात अख्तर, जलालुद्दीन खां, नरेश यादव आदि शामिल हैं. फेडरेशन के अध्यक्ष गुलाबचंद्र प्रसाद ने कहा कि प्रशासन ने जल्द ही इसका समाधान नहीं किया गया, तो 28 नवंबर को समाहरणालय पर प्रदर्शन किया जायेगा.