गया: शहर में खराब पड़ीं लाइटों की अब तक मरम्मत नहीं कराने का मामला एक बार फिर चर्चा में है. लाइटों की मरम्मत नहीं होने की शिकायत बार- बार आ रही है, लेकिन संबंधित संवेदक व अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे.
मेयर विभा देवी ने गुरुवार को बयान जारी कहा कि लाइटों के मामले में जल्द ही कठोर निर्णय हो सकता है. लाइटों की मरम्मत से संबंधित ठेकेदारों के पैसे जब्त हो सकते हैं. उन्होंने नगर आयुक्त को संबंधित पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि पिछली कई बोर्ड व स्टैंडिंग कमेटी की बैठकों में इस मामले को लेकर नाराजगी जतायी गयी.
पार्षदों के साथ शहरवासियों की भी शिकायतें बार-बार मिल रही हैं, लेकिन लाइटों की मरम्मत नहीं हो पा रही. उन्होंने कहा कि अगली स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में इस मामले पर ठोस व कठोर निर्णय लिया जायेगा.
2012 में शहर भर में लगभग 4600 स्ट्रीट लाइटें लगायी गयीं. इनमें 3600 लाइटें नगर निगम चुनाव के पहले लगीं और एक हजार लाइटें पितृपक्ष मेले के दौरान. निगम चुनाव के दौरान लगायी गयी लाइटों पर तो चुनाव के बाद से ही बवाल होता रहा.
कई पार्षदों ने लाइटों के डुप्लीकेट होने की बात कही. कई बार जांच की भी बात हुई. लाइटों को बनाने का निर्देश पास किया गया. कुछ पार्षदों की मानें, तो लाइटों की मरम्मत कराने का काम ठेकेदार ने शुरू भी किया, लेकिन महज औपचारिकता ही रही. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य सह वार्ड-22 के पार्षद लालजी प्रसाद ने इस मामले पर नाराजगी जतायी थी.