गया: नक्सलियों से साठ-गांठ के मामले में सीआरपीएफ कमांडेंट संजय कुमार यादव व इमामगंज के निवासी प्रदीप यादव को हिरासत में लेने के लिए एसटीएफ को सीडी से मदद मिली. एसटीएफ के पुलिस अवर निरीक्षक द्वारा इमामगंज थानाध्यक्ष को लिखे गये पत्र में इस बात का खुलासा हुआ है.
पत्र में पुलिस अवर निरीक्षक ने बताया है कि उन्हें सूत्रों से खबर मिली कि कुछ लोग नक्सलियों को सुरक्षा बलों के अभियान के संबंध में जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं. इसी क्रम में एसटीएफ को दो सीडी मिले. इनमें दो व्यक्तियों के बीच नक्सल विरोधी अभियान के संबंध में चर्चा हो रही थी.
31 अक्तूबर को मिले सीडी के संबंध में पड़ताल करने के बाद यह बात सामने आयी कि नक्सलियों को मोबाइल नंबर 8521425680 से सूचना दी गयी है. 13 नवंबर के सीडी में नक्सली व सुरक्षाकर्मी के बीच बातचीत का खुलासा हुआ. नक्सली को सूचना मोबाइल नंबर 8235508929 से भी दी जा रही थी. इन दोनों सीडी को सुनने के बाद स्पष्ट हो गया कि सीआरपीएफ व कोबरा द्वारा चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान की सूचना किसी सुरक्षा कर्मी द्वारा ही लीक की जा रही है.
मोबाइल नंबर की जांच से खुलासा : इसके बाद एसटीएफ ने दोनों मोबाइल नंबरों की जांच की. इस दौरान यह बात सामने आयी कि मोबाइल नंबर 8521425680 बिहारशरीफ के रामचंद्रपुर निवासी अभिजीत कुमार के नाम पर है. फिलहाल इस नंबर को इमामगंज निवासी प्रदीप कुमार यादव द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा है. दूसरे मोबाइल नंबर 8235508929 से जो जानकारी मिली, वह हैरान करने वाली थी. यह नंबर भोजपुर जिले के नवादा थाने के संकट मोचननगर इलाके के संजय कुमार यादव के नाम पर है, जो बी/159 बटालियन सीआरपीएफ (ब्लॉक कैंपस इमामगंज) के कमांडेंट हैं. सारी जानकारी जुटाने के बाद एसटीएफ ने कार्रवाई कर दोनों को इमामगंज से पकड़ लिया.