गुरुआ: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, गुरुआ में इन दिनों मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हालांकि, अभी भी चिकित्सकों की कमी से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह अच्छा उपचार व सरकारी तौर पर मिलनेवाली मुफ्त दवाओं को माना जा रहा है. हृदय रोग के मरीजों की जांच के लिए इसीजी की आधुनिक मशीन भी पीएचसी में उपलब्ध है.
पीएचसी से मिली रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2012-13 में आउट डोर में 82 हजार एक सौ 65 मरीजों को देखा गया है. जबकि, इनडोर में दो हजार आठ सौ 68 मरीज देखे गये हैं. इसके साथ-साथ 553 महिलाओं का सफल बंध्याकरण व 12 पुरुषों की नसबंदी की गयी है. इतना ही नहीं अस्पताल में 830 महिलाओं की डिलिवरी व तीन महिलाओं का सिजेरियन कर बच्च निकाला गया है, जो गुरुआ जैसे अस्पताल के लिए खुशी की बात मानी जा रही है.
पहले यहां बड़ा ऑपरेशन नहीं होता था. चिकित्सा प्रभारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि यहां चिकित्सकों की कमी है, जिसके कारण थोड़ी परेशानी बनी रहती है. मरीज के अनुपात में और चिकित्सक की जरूरत है. मौजूद संसाधन के कारण मरीजों को यहां से लौटने नहीं दिया जाता है.