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बुद्ध के उपदेश आज सबसे उपयोगी : राज्यपाल

बुद्ध के उपदेश आज सबसे उपयोगी : राज्यपालफोटो-बोधगया 03- अंतरराष्ट्रीय धम्म सम्मेलन के दौरान मेमेंटो लेते राज्यपाल.कालचक्र मैदान में आयोजित हुआ दूसरा अंतरराष्ट्रीय धम्म सम्मेलनबुद्ध वचन एक वैश्विक चेतना विषय पर वक्ताओं ने रखे अपने विचारसंवाददाता, बोधगयामौजूदा दौर में भगवान बुद्ध के उपदेश सबसे उपयोगी बन गये हैं. बुद्ध एक महान चिंतक, शिक्षक व प्रशासक […]

बुद्ध के उपदेश आज सबसे उपयोगी : राज्यपालफोटो-बोधगया 03- अंतरराष्ट्रीय धम्म सम्मेलन के दौरान मेमेंटो लेते राज्यपाल.कालचक्र मैदान में आयोजित हुआ दूसरा अंतरराष्ट्रीय धम्म सम्मेलनबुद्ध वचन एक वैश्विक चेतना विषय पर वक्ताओं ने रखे अपने विचारसंवाददाता, बोधगयामौजूदा दौर में भगवान बुद्ध के उपदेश सबसे उपयोगी बन गये हैं. बुद्ध एक महान चिंतक, शिक्षक व प्रशासक भी थे. उन्होंने अपने अंदर आकर्षण पैदा किया व सभी को अपनी ओर खींचा. उन्होंने 45 वर्षों तक धम्म का प्रचार भी किया. ये बातें बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को बोधगया के कालचक्र मैदान में दूसरे अंतरराष्ट्रीय धम्म सम्मेलन के उद्घाटन मौके पर कहीं. बुद्ध वचन एक वैश्विक चेतना विषय पर आयोजित धम्म सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि बुद्ध ने तीन सत्य की खोज की थी. बुद्ध ने कहा था कि आपके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है. संसार में सभी चीजें परिवर्तनशील हैं. कर्म से ही महानता को प्राप्त किया जा सकता है. कर्म सर्वोपरि है. कर्म के अनुसार ही फल की प्राप्ति होती है. श्री कोविंद ने कहा कि इस सम्मेलन में आये विभिन्न देशों व स्थानीय बौद्ध विद्वानों द्वारा बुद्ध के वचन को वैश्विक चेतना के रूप में लाने के संदर्भ में चर्चा की जायेगी. इससे देश-दुनिया के लोगों को ही फायदा होगा.84 हजार उपदेशों का अनुसरण जरूरी : इससे पहले बैंकॉक (थाइलैंड) के वट पा नापा पोंग मोनास्टरी के मुख्य भिक्षु फ्रा थिकान कुकरिट सवसदीपोल ने अपने संबोधन में कहा कि पूरा विश्व एक मानव परिवार है. मानवता के उत्थान, परस्पर सहयोग व आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए भगवान बुद्ध के 84 हजार उपदेशों का अनुसरण करने की जरूरत है. सम्मेलन में स्वागत भाषण महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव सह बोधगया सेंटर के भिक्षु प्रभारी वेन के मेदंकर थोरो ने किया. बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एम दोरजी ने कहा कि बोधगया में आयोजित इस धम्म सम्मेलन के दूरगामी परिणाम सामने आयेंगे.सम्मेलन की शुरुआत राष्ट्रगान व दीप जला कर की गयी. सम्मेलन के पहले सत्र के समापन पर थाइलैंड के भिक्षु ने राज्यपाल को बुद्ध के उपदेशों की किताब व महाबोधि मंदिर की प्रतिकृति वाला मेमेंटो भेंट किया. सम्मेलन के दूसरे सत्र में विभिन्न देशों से आये बौद्ध विद्वानों ने बुद्ध वचन एक वैश्विक चेतना विषय पर व्याख्यान दिये. इस मौके पर मगध प्रमंडल की आयुक्त वंदना किनी, डीएम संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी मनु महाराज, एमयू के वीसी प्रो एम इश्तियाक, नव नालंदा महाविहार के डॉ रवींद्र पंत, सारनाथ स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तिब्बतन स्टडी के डॉ लोब्जांग नॉर्बू शास्त्री, बौद्ध भिक्षु, श्रीलंका, थाईलैंड व अन्य देशों के श्रद्धालु समेत प्रशासनिक अधिकारी व स्थानीय संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. वहीं, गुरुवार की दोपहर एक बजे शुरू हुए धम्म सम्मेलन से पहले सुबह 8:30 बजे श्रीलंका बौद्ध मठ से महाबोधि मंदिर तक शोभायात्रा भी निकाली गयी.

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