बोधगया: मगध विश्वविद्यालय कैंपस में नशे की हालत में ड्यूटी करना अब महंगा पड़ सकता है. नशे की हालत में ड्यूटी करते पकड़े जाने पर संबंधित कर्मचारियों व शिक्षकों को निलंबित (सस्पेंड) किया जायेगा और वेतन पर भी रोक लगायी जा सकती है. इस संबंध में एमयू के डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने सभी विभागाध्यक्षों व पदाधिकारियों को पत्र भेजा है.
पत्र में डीएसडब्ल्यू ने कहा है कि शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ, एमयू के प्रोक्टर व डीएसडब्ल्यू की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि कार्यालय अवधि में कोई भी कर्मचारी या पदाधिकारी शराब के नशे की हालत में पाये जाते हैं, तो अनुशासनिक कार्रवाई के तहत उन्हें छह माह तक निलंबित किया जायेगा व वेतन पर भी रोक लगा दी जायेगी.
नशे की हालत में कोई भी कर्मचारी या पदाधिकारी पाये जाते हैं, तो इसकी सूचना एमयू के कुलानुशासक (प्रोक्टर) डॉ नंदकुमार यादव व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमितेष प्रकाश को दी जाये. डीएसडब्ल्यू ने पत्र की प्रति सभी पीजी विभागाध्यक्षों, वोकेशनल कोर्सों के निदेशकों, मन्नूलाल केंद्रीय पुस्तकालय के प्रभारी, कैंपस स्थित स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी व एमयू के कुलानुशासक को भेजी है.