बोधगया: सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्ति के बाद कला का सहारा लेकर कोलाज (विभिन्न वस्तुओं के समूह) के माध्यम से खुबसूरत व कीमती कलाकृतियों को बनानेवाले वीरेंद्र ठाकुर ने बोधगया में प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र खोला है.
रविवार को इसका उद्घाटन होगा. इसमें भगवान बुद्ध, ताजमहल सहित अन्य तरह की एक से बढ़ कर एक कलाकृतियां रखी गयी हैं. वीरेंद्र ठाकुर का दावा है कि यह विश्व में सबसे अलग है. ऐसी कलाकृति को बनानेवाला दूसरा कोई नहीं. बेकार पड़ी लकड़ियों के टुकड़ों को सही आकार देकर उन्हें कीमती व दर्शनीय बनाने का काम वह काफी समय से कर रहे हैं. पिछले दो सालों से उन्होंने इसे व्यावसायिक रूप दिया है. उनकी बनायी हुई कृतियों को इंटरनेशनल ट्रेड फेयर, नयी दिल्ली, ओरमास ट्रेड फेयर, भुवनेश्वर व इंटरनेशनल ट्रेड फेयर,कटक में काफी सराहा गया है. उन्होंने बताया कि कलाप्रेमियों के बीच इसकी मुंहमांगी कीमत है.
फिलहाल साइज के हिसाब से 40 हजार, 80 हजार व तीन लाख रुपये तक की कीमत निर्धारित की गयी है. बोधगया में इसके केंद्र खोलने के पीछे यहां आनेवाले देशी- विदेशी पर्यटकों व कला प्रेमियों की काफी तादात है. उन्होंने बताया कि उनकी कृतियों को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम व पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने काफी सराहा है. बोधगया के जापान मंदिर रोड में आर्या कॉम्प्लेक्स में खोले गये प्रदर्शनी का उद्घाटन रविवार को ग्यारह बजे भिक्खु चालिंदा करेंगे.