गया: दशहरा के मौके पर श्री आदर्श लीला समिति के तत्वावधान में आजाद पार्क में विगत नौ से 15 अक्तूबर तक आयोजित रामलीला के अंतिम सर्ग की प्रस्तुति मंगलवार की रात की गयी. श्रीराम के राज्याभिषेक व लव-कुश लीला के साथ रामलीला का समापन हो गया.
समापन के दिन 15 अक्तूबर को स्थानीय विधायक डॉ प्रेम कुमार ने श्रीराम को तिलक लगा कर उनका राज्याभिषेक कराया. इससे पहले मंगलवार की शाम भरत-मिलाप हुआ. दशहरा कमेटी के अजय तर्वे ने कहा कि रावण वध के बाद भरत-मिलाप का प्रसंग है, फिर राज्याभिषेक का.
भरत-मिलाप कर मंगलवार की रात राज्याभिषेक सही समय पर हुआ. हालांकि, इस बार दशमी दो दिन गुजरने की वजह से दुविधा की स्थिति पैदा हो गयी. रामलीला के मंच पर मंगलवार की रात अग्रवाल बुक डिपो के प्रोपराइटर पवन अग्रवाल व विद्या मंदिर के प्रोपराइटर पंकज अग्रवाल के सौजन्य से रामलीला का मंचन कर रहे सभी कलाकारों को भगवान की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह का संचालन नीरज कुमार ने किया. पात्रों का परिचय वीरेंद्र कुमार राय ने कराया. स्वागत भाषण व धन्यवाद ज्ञापन नवीन कुमार ने किया. समिति के निर्देशक छोटेलाल चतुर्वेदी ने मुख्य अतिथि डॉ प्रेम कुमार को प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया.
रामलीला के सफल मंचन व संयोजन के लिए राजू बरनवाल, अध्यक्ष मोहन झुनझुनवाला, कार्यकारी अध्यक्ष जय नारायण केशरी, कोषाध्यक्ष निरंजन कुमार बरनवाल, सह कोषाध्यक्ष अनिल बरनवाल, व्यवस्थापक मंडल के रामू केशरी, सुनील मोहित, धीरज कुमार, राज वैद्य सहित समिति के सभी पदाधिकारी व सदस्यों के अलावा समाजसेवी शिवराम डालमिया, शिव कैलाश डालमिया, नागेंद्र ध्वनि केंद्र, मो एकराम, श्री दशहरा कमेटी के सदस्यों, रूप सज्जाकार सोमनाथ गुप्ता, सह निर्देशक अनिल कुमार प्रीतम, अजय तर्वे, रेखा स्वीट्स के प्रोपराइटर, निगम के पार्षद धर्मेद्र कुमार, निगम के आयुक्त दयाशंकर बहादुर आदि का सराहनीय योगदान रहा. रामलीला में भूमिका निभा रहे कलाकारों को भी पुरस्कृत किया गया.