बोधगया: 17वें करमापा उ™ोन त्रिनले दोरजे की गतिविधियों की जांच सीबीआइ से कराने की मांग बोधगया होटल एसोसिएशन के महासचिव सुदामा कुमार ने सोमवार को महामाया पैलेस में प्रेसवार्ता कर की. इससे पहले बोधगया होटल एसोसिएशन व महाबोधि एनजीओ ग्रुप ऑफ इंडिया के सदस्यों ने बैठक की व संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इसमें कहा गया कि करमापा द्वारा धर्म की आड़ में व्यवसाय किया जा रहा है. इससे बोधगया का होटल व्यवसाय प्रभावित हो रहा है.
श्री कुमार ने करमापा के मोनास्टरी को होटल के रूप में उपयोग किये जाने व बोधगया आनेवाले श्रद्धालुओं को टेंट लगा कर ठहराने का आरोप लगाया है. उन्होंने करमापा पर मनी लांड्रिंग, बड़े पैमाने पर बेनामी जमीन खरीदने व श्रद्धालुओं द्वारा दान दिये गये पैसे को विदेशों में भेजने का आरोप लगाया है. उन्होंने बोधगया के कुछ संगठनों को करमापा के पॉकेट का संगठन बताया है व कहा कि वैसे संगठन करमापा के पक्ष में बयान देते रहते हैं. इस मौके पर जेनी पेरे उर्फ मम्मी जी, श्याम किशोर शर्मा उर्फ कुटु सिंह, अभिषेक कुमार, ज्योति गुप्ता, संजय कुमार यादव, दिलीप कुमार, संदीप सुंदरम, कैलाश प्रसाद, दीपक मांझी व अन्य मौजूद थे.
पूर्व सांसद ने लिखी डीएम को चिठ्ठी
उधर, गया के पूर्व सांसद राजेश कुमार मांझी ने भी सोमवार को गया के डीएम को पत्र भेज कर सुदामा कुमार पर अनुचित रूप से सरकारी जमीन पर भवन निर्माण का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. डीएम को भेजे गये पत्र में श्री मांझी ने कहा है कि बकरौर गांव में मूर्दघट्टी की जमीन को भूदान की जमीन बता कर महामाया होटल बना लिया गया है. पूर्व सांसद ने यह भी कहा है कि होटल के निर्माण में गलत तरीके से विदेशी पैसा का उपयोग किया गया है. उन्होंने इसकी जांच कर होटल को सील करते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग भी की है.