गया: मगध को अकाल क्षेत्र घोषित करने समेत 16 सूत्री मांगों को लेकर जनवादी मजदूर किसान सभा के बैनर तले किसानों ने मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
बाद में आंबेडकर पार्क में धरना व सभा हुई. इसकी अध्यक्षता श्रवण कुमार ने की व संचालन अशोक यादव ने किया. वक्ताओं ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दोनों की नीति किसान विरोधी है. परिणामस्वरूप सिंचाई के साधनों की अभाव में अकाल पीड़ित किसान कर्ज की बोझ तले दब कर आत्महत्या करने को विवश हैं. वक्ताओं ने 16 सूत्री मांग पूरा नहीं होने तक अनवरत आंदोलन करने का आह्वान किया.
अंत में आयुक्त को संबोधित 16 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया. इसमें बिहार को सुखाग्रस्त व मगध को अकाल क्षेत्र घोषित करने, अधूरे नहरों, वितरणियों, पइनों व पोखरों का निर्माण पूरा कराने व खस्ताहालों की मरम्मत कराने, खराब पड़े नलकूपों की मरम्मत करा चालू कराने, सोन नहर की आधुनिकीकरण व उत्तर कोयल नहर के अधूरे कार्यो को पूरा कराने, सभी जरूरतमंदो को रोजगार की गारंटी देने, सुखाग्रस्त इलाकों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने, बड़े पैमाने पर राहत कार्य चलाने, पशुओं के लिए चारा की आपूर्ति सुनिश्चित करने, अधूरे बिजलीकरण कार्य को पूरा करने, किसानों को निर्बाध व मुफ्त बिजली देने आदि शामिल है.
इसके पहले जनवादी मजदूर किसान सभा के बैनर तले बड़ी संख्या में किसानों ने गया जंकशन परिसर से रैली निकाल कर प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के समक्ष पहुंच कर प्रदर्शन किया. वक्ताओं में कोंच के पूर्व प्रमुख महेंद्र पासवान, पूर्व जिला पार्षद बालेश्वर प्रसाद, चंद्र देव यादव, शिव दास यादव, डॉ शिव नंदन यादव, बालेश्वर प्रसाद, राजेंद्र राजवंशी, किशोरी प्रसाद, सुरेश प्रसाद, लड्डु खान, धनेश यादव, लालदेव कुमार बिंदु, रामाशीष कुमार, सुरेंद्र यादव, सुखेंद्र यादव, पप्पू कुमार, महेश यादव, कृष्णा यादव, इंद्रदेव पासवान, लालदेव यादव आदि ने सभा को संबोधित किया.