स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने दिये कई निर्देश
गया : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीसी एंड पीएनडी (जन्म से पूर्व भ्रूण जांच) एक्ट को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया. इस नियम का उल्लंघन करनेवाले अल्ट्रासाउंड संचालकों का सिर्फ रजिस्ट्रेशन रद्द करने व सील करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उन पर प्राथमिकी भी दर्ज करायें.
उन्होंने जेइ/एइएस की रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए 20 जून के पहले सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध कर लेने का निर्देश दिया. जेबीएसवाइ(जननी बाल सुरक्षा योजना) के तहत प्रसूताओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान लंबित रखनेवालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी.
मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय उपनिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधान सचिव ने मुख्य रूप से चार बिंदुओं पर चर्चा की गयी. इनमें पीसी एंड पीएनडी (जन्म से पूर्व भ्रूण जांच) एक्ट को सख्ती से लागू करने, 20 जून से पूर्व इनडोर के लिए 112 व ओपीडी के लिए 33 प्रकार की दवाओं का भंडारण कर लेने, जेइ/एइएस की रोकथाम के लिए व्यापक प्रसार-प्रसार करने, आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं समेत जन समुदाय को प्रशिक्षित करके आवश्यक किट मुहैया कराने व जेबीएसवाइ की राशि प्रसूताओं को तत्काल भुगतान करने का निर्देश दिया गया. उन्होंने बताया कि गया में 52 अल्ट्रासाउंड पंजीकृत हैं.
इनमें दो को सील किया जा चुका है व सात के पंजीयन रद्द कर दिये गये हैं. गया के समाहरणालय स्थित कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में एएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ सीताराम प्रसाद, प्रभावती अस्पताल के अधीक्षक डॉ एसके अमन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राधा प्रसाद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र चौधरी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पवन कुमार आदि उपस्थित थे.