बोधगया: बोधगया के कालचक्र मैदान में इस साल भी रावण का पुतला नहीं जलेगा. इसके पीछे रावण दहन कार्यक्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि इस साल महाबोधि मंदिर सहित अन्य स्थानों पर हुए विस्फोट ने यहां की शांति भंग कर दी है. बम विस्फोट के बाद महाबोधि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को भी तोड़ दिया गया. इस कॉम्प्लेक्स से सैकड़ों परिवार जुड़े थे. दुकानदार राकेश कुमार पप्पू की मानें, तो बम विस्फोट से बोधगया में पर्यटकों की संख्या भी कम हुई है. इसके बाद सुरक्षा के नाम पर वर्षो की दुकानों को एक झटके में तोड़ दिया गया.
इससे आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है और लोग बेरोजगार हो गये हैं. ऐसे में रावण दहन व हर साल की तरह उल्लास के साथ त्योहार मनाने की स्थिति में ज्यादातर परिवार नहीं हैं. हालांकि, पिछले साल भी बोधगया में रावण का पुतला नहीं जलाया गया था. पिछले साल एक स्कूली छात्र प्रशांत का अपहरण हो गया था.
इसी से नाराज लोगों ने तब भी पुतला दहन नहीं किया था. इधर, बोधगया में जगन्नाथ मंदिर, मठ परिसर, गांधी चौक, नगर पंचायत कार्यालय के पास, मस्तीपुर देवी मंदिर, पच्छटी, टीका बिगहा, भागलपुर समेत आस-पास के गांवों में मूर्ति बैठाने की तैयारी शुरू हो गयी है. बोधगया मठ परिसर में कलश स्थापना के साथ ही मां दुर्गा की मूर्ति रखी जाती है.